रायपुर,(इंडिया न्यूज़ रूम):- छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा सूर्य ग्रहण के अवसर पर स्कूली छात्रों को सूर्य ग्रहण के कारण बताने उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न करने तथा उनकी विभिन्न शंकाओं का समाधान करने और टेलीस्कोप द्वारा सूर्य ग्रहण दिखाने के उद्देश्य से सूर्य ग्रहण के दिन प्रातः 10:00 बजे से दोपहर के 2:00 बजे तक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

इस कार्यक्रम में शा उ मा वि गढ़फुलझर बसना से अजय कुमार भोई तथा शा आदर्श कन्या शाला बसना से भूपेश्वर नाथ योगी द्वारा टेलिस्कोप के माध्यम से क्रमशः गढ़फुलझर बसना तथा बालोद के स्कूली छात्रों और निवासियों को सूर्य ग्रहण की विभिन्न स्थितियां दिखाई गई तथा टेलिस्कोप के व्यू को ऑनलाइन भी जोड़ा गया था ताकि प्रदेश के बच्चे ऑनलाइन सूर्यग्रहण देख सकें। इस कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ स्कूली शिक्षा विभाग की ओर से सत्यराज अय्यर द्वारा आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के विभिन्न विशेषज्ञों को बातचीत हेतु आमंत्रित किया ।

इस ऑनलाइन कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित पढ़ाई तुंहर द्वार पोर्टल द्वारा प्रसारित किया गया था जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा ऑनलाइन प्रश्न पूछे गए तथा उनकी शंकाओं का समाधान छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा से विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टर के बी बंसोडे, वैज्ञानिक कार्यकर्ता शरद कोकास ,सामाजिक कार्यकर्ता संजीव खुदशाह तथा प्रोफेसर लक्ष्मीकांत चावरे द्वारा किया गया । विशेषज्ञों द्वारा छात्रों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न संकाय जैसे ग्रहण किन कारणों से पड़ता है , इसके भौतिक कारण क्या होते हैं , सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी की क्या स्थितियां होती हैं इस तरह के वैज्ञानिक प्रश्नों से लेकर अंधविश्वास संबंधी विभिन्न प्रश्न जैसे कि ग्रहण के समय खाना नहीं खाना चाहिए , बाहर नहीं निकलना चाहिए ,गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण नहीं देखना चाहिए इस तरह के अंधविश्वासों को दूर करने हेतु उनका वैज्ञानिक उत्तर दिया गया । विशेषज्ञों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सूर्यग्रहण हो या चन्द्रग्रहण किसी का भी मनुष्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है । यह विशुद्ध रूप से एक भौतिक परिघटना है जिसमें सूर्य और पृथ्वी के बीच चन्द्रमा आ जाता है और सूर्य का वह हिस्सा हमे नहीं दिखाई देता ।इस समय न सूर्य से कोई अतिरिक्त हानिकारक किरणें निकलती हैं और न ही उसके ताप में कोई परिवर्तन होता है । इस समय खाना न खायें या विभिन्न कार्य न करें यह सब अंधविश्वास है ।

इस कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट कॉउन्सिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर जगदीश सिन्हा तथा पढ़ाई तुंहर द्वार के डिस्ट्रिक्ट नोडल विवेक वर्मा ने भी बच्चों को संबोधित किया।  महासमुंद से डीईओ श्री आर के मिंज, उप संचालक द्वय हिमांशु भारतीय तथा सतीश नायर,बसना विकासखंड से बीईओ जे आर डहरिया तथा छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा से विश्वास मेश्राम, डॉ वाय के सोना, डॉ दिनेश मिश्रा, डॉ निधि सिंह, मनोज साहू एवं वरिष्ठ पत्रकार पी सी रथ का मार्गदर्शन लगातार मिलता रहा।


इस अवसर पर भूपेश्वर नाथ योगी द्वारा सूर्यग्रहण से सम्बंधित एक पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन भी किया गया, जिसमें विभिन्न स्लाइड्स के माध्यम से ग्रहण के कारणों पर प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम को यूट्यूब पर भी प्रसारित किया गया जिसे देश के विभिन्न भागों में 13000 से अधिक लोगों ने देखा । छत्तीसगढ़ स्कूली शिक्षा विभाग का यह प्रयोग वैज्ञानिक चेतना उत्पन्न करने  एक सराहनीय कदम रहा ।

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