ट्रांसजेंडर कपल्स की होगी आपस में शादी
समारोह में जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ नागरिकों भी होंगे शामिल
रायपुर. छत्तीसगढ़ का नाम एक बार फिर पूरे देश के नक्शे में अलग तरह से दर्ज होने जा रहा है. इस बार इसलिए क्योंकि यहां ट्रांसजेंडर समुदाय के 15 जोड़ों की शादी एक साथ होने वाली है. ऐसा देश में पहली बार होने जा रहा है. यह आयोजन 30 मार्च को होगा। इसकी तैयारियां ट्रांसजेंडर समुदाय के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने शुरू कर दी है.
चित्राग्राही फिल्म्स ,मुंबई , ट्रांसजेंडर विकास फाउंडेशन और मितवा संकल्प समिति, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने जा रहे इस विवाह समारोह के बारे में जानकारी देते हुए मितवा संकल्प समिति की प्रमुख विद्या राजपूत कहती हैं कि यह आयोजन ट्रांसजेंडर्स की सामाजिक स्वीकार्यता की दिशा में एक प्रयास है। वे कहती हैं, मैं खुद भी बचपन से अपने साथियों की शादी देखती रही हूं, मुझे भी लगता था कि मेरी ऐसी शादी हो. मानवीय स्वभाव के कारण सभी ट्रांसजेंडर्स की यह मानवीय जरूरत है, लेकिन समाज में उपेक्षित रहने के कारण ट्रांसजेंडर की भूमिका शादियों में सिर्फ आशीर्वाद देने तक की रही है.अब हम जैसों को सामान्य वरवधू की तरह लोगों का आशीर्वाद मिलेगा.
‘ हंसा एक संजोग’ फिल्म भी चित्रग्राही फिल्म्स द्वारा किन्नरों को समानता का अधिकार दिलाने बनाई गयी है जो
5 अप्रेल को देश में रिलीज होने जा रही है . छत्तीसगढ़ में कर्मभूमि नामक फिल्म भी जल्द ही अप्रेल 2019 माह से वे बनाने वाले है .
सुरेश शर्मा एवं विद्या राजपूत ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया
विद्या राजपूत कहती हैं, रायपुर में 30 मार्च को होने जा रहा सामूहिक विवाह का आयोजन यह साबित करेगा कि ट्रांसजेंडर भी इसी समाज के हिस्सा हैं, उन्हें लैंगिक समानता और सामाजिक सुरक्षा का अधिकार है, जिसके लिए ट्रांसजेंडर ने खुद रास्ते भी तय किए हैं. विद्या राजपूत ने बताया कि पहली बार ऐसा होगा कि आम लोग ट्रांसजेंडर्स की शादी में आकर उन्हें आशीर्वाद देंगे. न केवल आम जनता, बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस आयोजन में शामिल होंगे.जानकारी दी गई है कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी ट्रांसजेंडर्स की सामूहिक शादी का आयोजन दर्ज होगा, क्योंकि दावा है कि ऐसा पहली बार होने जा रहा है.
उन्होंने बताया छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ आदि जिलों के ट्रांसजेंडर्स के अलावा गुजरात, झारखंड, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और महाराष्ट्र के ट्रांसजेंडर्स की भी इसमें शादियां होंगी. विद्या राजपूत ने अपनी ओर से पूरे देश के लोगों को इस शादी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने बताया कि 2 दिनों के इस आयोजन में संगीत, फेरे, बारात, कन्यादान, विदाई आदि सारी रस्में हिंदू रीति-रिवाज के अनुरूप होगा.