नई दिल्ली, सरकार की खबरों को उजागर करने तथा राफेल से ले कर किसान आंदोलन तक के सवालों पर सीधे रिपोर्टिंग के कारण ऐसे हर मीडिया समूह को मोदी सरकार का कोप भाजन बनना पड़ रहा है। न्यूज क्लिक जैसे अल्प संसाधनों से , सीमित पत्रकारों की टीम से स्तरीय पत्रकारिता में चुनिंदे पोर्टलों में शामिल मीडिया समूह को सरकार की एजेंसी ED की कार्यवाही का सामना करना पड़ रहा है। कार्यालय के अलावा संस्थापक संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के निवास में आज दोपहर 1.30 तक अफसर छापे की कार्यवाही करते रहे। इसके पूर्व विगत 5 दिनों से उन्होंने प्रेस के सारे कम्प्यूटर्स, लेपटॉप और फाईल्स को अपने कब्जे में ले लिया था, स्टाफ और संपादक को भयभीत करने के सारे उपक्रम किये गए।

विभिन्न संगठनों ने की निंदा-

ज्ञातव्य हो कि प्रसिद्ध पत्रकार अभिसार शर्मा तथा परांजय गुहा ठाकुरता के स्वतंत्र पत्रकारिता को भी न्यूज क्लिक ग्रुप मदद करता रहा है। सरकार की इस कार्यवाही है देश के जानेमाने लोगों तथा पत्रकारिता से जुड़े संगठनों ने भी कड़ी निंदा की है। NDTV के रवीश कुमार, प्रख्यात कालमिस्ट नंदिता हक्सर, दिल्ली जर्नलिस्ट यूनियन, स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन छत्तीसगढ़,  कवि साहित्यकार राजेश जोशी, पत्रकार आवेश तिवारी, राजकुमार सोनी, समीक्षक रामप्रकाश त्रिपाठी, नासिर अहमद सिकंदर, फिल्मकार शेखर नाग, नाटकनिदेशक मिनहाज असद एवं सैकड़ों लोगों ने सरकार की इस दमनपूर्ण कार्यवाही की निंदा की तथा पत्रकारों को भयभीत करने के हथकंडों की आलोचना की.

स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष पी सी रथ का कहना है कि ये कार्यवाही निश्चित रूप से स्वतंत्र पत्रकारों को डराने की कोशिश है। न्यूज क्लिक दफ्तर में सभी मेल चेक /कॉपी किये जाने लगे और इस तरह छानबीन की जाने लगी जैसे देश में सांसदों विधायको को खरीदने के लिये काला धन इसी अखबार के दफ्तर से हो कर आया गया हो। उन्होंंने कहा कि सरकार  की ऐसी दबाव पूर्ण कार्यवाही से   पत्रकारों का मनोबल कम नही होगा।

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