कांकेर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी की नामांकन रैली में शामिल होने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने नरहरदेव स्कूल मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. सीएम बघेल ने सावित्री मंडावी को ज्यादा वोट से जिताने की भी अपील की.
दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम के नामांकन रैली में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह सहित प्रदेश के सभी प्रमुख नेता कांकेर पहुंचे।
नामांकन के दौरान पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बृजमोहन अग्रवाल मौजूद रहे। वहीं कलेक्ट्रेट में नंदकुमार साय, राम विचार नेताम भी मौजूद रहे। इस अवसर पर पूर्व सांसद और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने कहा कि वे खुद आदिवासी समाज के लोगों से बातचीत करेंगे। साथ उन्होंने यह बात भी स्वीकार की है कि भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को लेकर आम जनता में सहानुभूति तो है लेकिन इसके अलावा सरकार के 4 साल के कार्यकाल के भी बहुत से मुद्दे हैं उनको वे भानुप्रतापपुर की जनता तक पहुंचाएंगे। वहीं 2023 विधानसभा चुनाव प्रदेश में पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि मोदी से बड़ा चेहरा पूरे देश में नहीं है, प्रदेश में भी पीएम मोदी के नाम से ही सफलता मिलेगी । छत्तीसगढ़ में सीएम बनने की कोई चिंता कर रहा तो वह गलत है। सीएम का चेहरा विधायक दल तय करेगा।

मुख्यमंत्री बघेल ने कांकेर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सावित्री मंडावी को बीते चुनाव से ज्यादा मतों से जिताना है. उन्होंने कहा कि हमने किसानों से जो वादा किया था उसे पूरा किया. तेंदूपत्ता संग्राहकों से जो वादा किया उसे पूरा किया. किसान-आदिवासी सभी वर्गों के लिए हमने काम किया. राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ आज लोगों को मिल रहा है. वनांचल में अब बड़े कंपनियों के शो रूम भी खुल रहे हैं. कांग्रेस सरकार ने आदिम जन जातियों की संस्कृतियों का संरक्षण किया है.

आदिवासी आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन और विवाद पर सीएम बघेल ने कहा कि सभी को आंदोलन करने का हक है. भाजपा इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह कर रही है. कांग्रेस सरकार हमेशा संवैधानिक अधिकार की पक्षधर रही है. आदिवासी आरक्षण के लिए सरकार विशेष सत्र ला रही है. कांग्रेस सरकार ने पेसा कानून लागू किया. भाजपा ने 15 साल में सिर्फ आदिवासियों को ठगने का काम किया. रमन सरकार में मलेरिया से बड़ी संख्या में लोगों की मौत होती थी. नक्सली हमले से ज्यादा जवानों की मौत मलेरिया से होती थी.

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