5 G सेवाओं से प्रशासनिक योजनाओं को लागू करने, मोनिटरिंग में भी तेजी आएगी
रायपुर, इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिओ ट्रू 5जी प्रारंभ करते हुए बड़ी खुशी हो रही है। 5जी सेवा लॉन्च होने से ई-गवर्नेस, कृषि, उर्जा, शिक्षा, मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स, स्वास्थ्य, लोक आधारित टूरिज्म, स्वयं सहायता समूहों का सशक्तिकरण, आईटी और एसएमई कारोबार जैसे क्षेत्रों में विकास के नए अवसर खुलेंगे। उन्होंने कहा कि आजकल टेक्नोलॉजी का जमाना है, टेक्नोलॉजी से जो दूर रहता है वह पिछड़ जाता है। कोरोनाकाल में सभी ने टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया। उस समय हम सभी ने ऑनलाइन मीटिंग की। सभी समीक्षाएं ऑनलाइन हुईं, बच्चों ने पढ़ाई ऑनलाइन की, ये सभी बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी के कारण ही संभव हुआ। हम सभी आज इंटरनेट का प्रयोग करते हैं । आधुनिक युग के युवा बहुत फास्ट है जो तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं, बढ़ती हुई एवं बदलती हुई टेक्नोलॉजी से हम सबको जुड़ाना चाहिए। मोबाईल क्षेत्र 5जी के उपयोग से मरीजों को गोल्डन पीरियड में बहुत मदद मिलेगी। कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं विभिन्न क्षेत्रों में 5जी का बहुत उपयोगी होगी। कार्यक्रम में विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा एवं अन्य उपस्थित रहे।
10 गुना बढ़ेगी इंटरनेट की स्पीड
प्रदेश में को इंटरनेट की सेवा लांच होने जा रही है। पहले चरण में इस सेवा की शुरुआत राजधानी रायपुर, दुर्ग और भिलाई में होगी। बताया जा रहा है कि कंपनी ने अक्टूबर 2022 में देश में 5-G इंटरनेट सेवा शुरू की थी। मध्य प्रदेश के भोपाल-इंदौर में इसे दिसम्बर में लांच किया गया। इस बीच छत्तीसगढ़ में उपकरणों का अपग्रेडेशन जारी रहा। अब इसको आधिकारिक तौर पर लांच किया जा रहा है। राज्य में इस समय दो करोड़ 50 लाख मोबाइल यूजर हैं। उनमें से सबसे अधिक संख्या रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग-भिलाई में ही है।
5जी सेवा फाइबर एक केबल आधारित सेवा है, जो पहले से शहर में हैं। इससे घर पर एक सीमित रेंज में इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्मार्ट टीवी ऑपरेट कर सकते हैं। मगर, जैसे ही आप इस रेंज के बार निकलेंगे नेटवर्क चला जाता है। यहीं पर टॉवर आधारित नेटवर्क की जरुरत पड़ती है। यही सेवा आज से शुरू हो जाएगी। रायपुर में पिछले दो महीने से इसके आधारभूत ढांचे पर काम चल रहा था।
5जी सेवा एक सॉफ्टवेयर आधारित मोबाइल नेटवर्क का 5वां जनरेशन है। इसे वायरलेस नेटवर्क की स्पीड और एफिसिएंसी बढ़ाने के लिए विकसित किया गया है। 4जी में अभी अधिकतम 100 एमबीपीएस (मेगाबाइट पर सेकेंड) की स्पीड मिल रही है। 5जी में यह स्पीड 10जीबीपीएस (गीगाबाइट पर सेकेंड) तक पहुंच जाएगी। इसको ऐसे समझें कि 4जी में 150 मेगाबाइट प्रति सेकेंड की दर से डाउनलोडिंग होती है। 5जी में यह स्पीड 10 जीबी प्रति सेकेंड हो जाएगी।
चलती रहेंगी 3जी और 4जी सेवाएं
5जी सेवा शुरू होने के बाद 3जी और 4जी सेवाओं में कोई बाधा नहीं होगी। सभी निजी कंपनियां 4जी सेवा जारी रखने वाली हैं। सरकारी कंपनी बीएसएनएल 3जी भी सेवा दे रही है।