रायपुर। बेमेतरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर रायपुर नागरिक समाज ने गहरी चिंता व्यक्त की है। समाज की ओर से दो व्यक्तियों या समुदायों के बीच के झगड़े या विवाद को साम्प्रदायिक रंग देकर हिंसा के लिए उकसाने की शर्मनाक कोशिशों की घोर निंदा की गई । समाज का कहना है कि भाजपा, आरएसएस, विहिप और बजरंगदल जैसे संगठन लगातार प्रदेश का माहौल करने की कोशिश कर रहे हैं ऐसे में सरकार के साथ साथ जागरूक नागरिकों की महती जिम्मेदारी है कि नफरत के इस माहौल के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें। “रायपुर नागरिक समाज” की बुधवार को बुलाई गई बैठक में अलग अलग संगठनों और विचारधाराओं से जुड़े लोगों ने अपने विचार रखे। बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रस्ताव पारित किया गया।

रायपुर नागरिक समाज ने छ्त्तीसगढ़ के सभी जिलों के जागरूक नागरिकों से अपील की है कि वह संगठित होकर साम्प्रदायिकता के खिलाफ खड़े हों।

जहां भी इस तरह की घटनाएं घटें या फिर आशंका हो नागरिक समाज के लोग गांधीवादी , समतावादी लोगों को लेकर मौके पर जाएं और शांति एवं सौहार्द्र के लिए लोगों से अपील करें।

रायपुर नागरिक समाज प्रदेश के सभी जिलों से संपर्क स्थापित कर वहां नागरिक समाज की फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाएगा।

रायपुर नागरिक समाज ने राज्य में पुलिस प्रशासन से साम्पदायिक तनाव फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने की अपील की है।

बेमेतरा में हुए साम्पदायिक दंगे के खिलाफ रायपुर नागरिक समाज 14 अप्रैल को दोपहर 4 बजे से अंबेडकर चौक से गांधी जी की प्रतिमा ,आज़ाद चौक तक शांति मार्च निकालेगा।

बैठक का समन्वयन डॉ राकेश गुप्ता ने किया। बैठक में मुख्य रूप से धर्मराज महापात्र, मनमोहन अग्रवाल, सुभाष बजाज, उमा प्रकाश ओझा, अधीर भगवानानी, नितिन सिन्हा, डॉ विप्लब् बंदोपाध्याय, पी सी रथ, बालकृष्ण अय्य्यर, आर के तिवारी, शाहबुद्दीन अंसारी, रिजवान अंसारी, आवेश तिवारी, मिन्हाज असद, ईश्वर सिंह दोस्त, हरदीप जुनेजा, पलाश सुरजन, राजेश अवस्थी और राजकुमार सोनी तथा चांडक जी मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here