हाथरस। यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के समापन के दौरान भगदड़ में 100 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। राज्य के प्रमुख सचिव तथा पुलिस के उच्चाधिकारी के जाने के बाद सीएम ने दो मंत्रियों को भी घटना स्थल पर रवाना कर दिये हैं। उक्त आयोजन एक भोलेबाबा नाम के व्यक्ति व्दारा आयोजित था।
ऐटा मेडिकल कॉलेज में मृतकों और घायलों को लाने का सिलसिला देर शाम तक जारी था.
कहा जा रहा है कि उक्त बाबा के खिलाफ 13 अपराध दर्ज है और जिसमें एक शारीरिक शोषण का भी अपराध भी शामिल है। सत्संग हेतु अनुविभागीय अधिकारी द्वारा अनुमति दिए जाने की खबर है. आज संसद में भी इस घटना का जिक्र पीएम मोदी ने किया, तथा दुख जाहिर किया.
हाथरस में आयोजित सत्संग के कार्यक्रम में लगभग 50 हजार महिलाएं और पुरूष उपस्थित थे। मानव मंगल मिलन समागम सत्संग समिति व्दारा आयोजित इस कार्यक्रम में भगदड़ में 100 लोगों की मौत होने की खबर आ रही हैं। सीएम योगी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा है मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के बेहतर ईलाज करने तथा राहत कार्य के आदेश दिये हैं। उक्त घटना में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख एवं घायलों को 50-50 हजार रूपये देने की घोषणा की है। कहा जाता है ये तथाकथित बाबा इंटेलिजेंस विभाग में काम करते थे, उन्होने 26 वर्ष पहले नौकरी छोड़ सत्संग करना शुरू कर दिया । उनके हरियाणा,यूपी राजस्थान, मध्यप्रदेश में लाखों अनुयाई हैं।
सपा नेता अखिलेश यादव ने पूरी जिम्मेदारी सरकार पर आरोपित किये हैं। कल मुख्यमंत्री योगी ने हाथरस जाने की बात कही है।