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Saturday, April 19, 2025
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स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्रस्तावित हड़ताल का ज्ञापन दिया, सेवाओं के बुरी तरह प्रभावित होने का अंदेशा

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जुलाई अगस्त का महीना उमस और नमी के कारण बीमारियों के फैलने का, ऐसे में चिकित्सा कर्मियों की हड़ताल से हालात बिगड़ेंगे.

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 NHM राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, महासमुंद के संविदा कर्मचारी 27% वेतन वृद्धि सहित 18 सूत्री मांग को लेकर दो दिवसीय हड़ताल पर जायेंगे 

 

स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रभावित होने का अंदेशा 

इन संविदा कर्मियों के भरोसे चलने वाले जिला अस्पताल, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर होंगे बंद,

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ 22 एंव 23 जुलाई को अपनी लंबित 27प्रतिशत वेतन वृद्धि एवं नियमितीकरण सहित 18 बिंदु के मांगों के लिए हड़ताल पर रहेगा 

रायपुर, 19 जुलाई 2024. छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के संविदा स्वास्थ्य कर्मियों  का 2 दिवसीय धरना, प्रदर्शन 22 एवं 23 जुलाई को रायपुर में किया जाना तय किया गया है. इसी सम्बन्ध में NHM कर्मियों के  महासमुंद जिले के  कर्मचारियों ने अपनी 27% वेतन वृद्धि एवं नियमितीकरण सहित 18 बिंदु मांग के संबंध में प्रदेश स्तरीय दो दिवस धरना प्रदर्शन आंदोलन 22 एवं 23 जुलाई को रायपुर में किये जाने के लिए दो दिवस आंदोलन हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमुंद को ज्ञापन दिया है.

     ज्ञापन देते समय एनएचएम एवं एडस नियंत्रण कार्यक्रम के कर्मचारियों में एक जुटता दिखाई दी. संघ का कहना है कि एनएचएम कर्मियों द्वारा विगत 6 माह में वर्तमान सरकार को 24 बार ज्ञापन एवं आवेदन दिया जा चुका है इसके बाद भी कोई भी कार्यवाही नहीं होने के कारण उक्त कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है जिससे वे आंदोलन में जाने विवश हो रहे हैं, ज्ञात हो कि पिछली जुलाई 2023 में बजट सत्र के दौरान अनुपूरक बजट में 37000 संविदा कर्मचारियों के लिए 27% वेतन वृद्धि  प्रदान किया गया था, कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि उक्त वेतन वृद्धि का लाभ स्वच्छता मिशन, मनरेगा,समग्र शिक्षा विभाग के कर्मियों को मिल गया है, जबकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम एवं एडस नियंत्रण कार्यक्रम के 15000 संविदा कर्मचारियों को 27% वेतन वृद्धि अब तक अप्राप्त है जिसके कारण कर्मियों में भारी निराशा एवं रोष व्याप्त हैं, जिससे विवश होकर एनएचएम संविदा कर्मचारी  22 व 23 जुलाई को राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी में जिले के मुख्य  स्वास्थ्य अधिकारी महासमुंद को  ज्ञापन दिया है.
उक्त कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ेगा भारी असर पड़ेगा. जिससे निम्न कार्यक्रम प्रभावित होगा डिलीवरी संस्थागत प्रसव टीकाकरण,
ओपीडी,आईपीडी, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, राष्ट्रीय कार्यक्रम टीबी टेस्ट,दवाई वितरण,मलेरिया, गर्भवती महिलाओं का रूटीन टेस्ट, एच आई वी एड्स टेस्ट जाँच साथ ही काउंसलिंग,डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम पर प्रभावित हो सकता है, वर्तमान में जिला में डायरिया नियंत्रण एंव मलेरिया के संभावित मरीजों का सर्वे चल रहा हैं कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से सभी स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रभावित होगा आम जनता को परेशानी का करना पड़ेगा सामना.

स्वस्थ्य कर्मियों की  प्रमुख मांगें हैं –

18 बिंदु माँगों में नियमितिकरण,लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, ग्रेड पे निर्धारण ,वेतन विसंगति निराकरण, सी आर व्यवस्था में सुधार ,चिकित्सा परिचर्या,अवकाश नियम में बदलाव,अनुकंपा नियुक्ति और अनुदान में राशि मे वृद्धि,सेवा पुस्तिका संधारण,तबादला व्यवस्था में नियमितता जैसी प्रमुख मांगें सम्मिलित हैं ।

महासमुंद कलेक्टर को ज्ञापन की कॉपी दिया गया इसी प्रकार डॉ पी कुंदेशिया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व डॉ बसंत माहेश्वरी सयुंक्त संचालक सह अस्पताल अधीक्षक महसमुन्द को ज्ञापन देते समय  जिला अध्यक्ष रामगोपाल खूंटे ., अजुराम वर्मा, सहिता ध्रुव, तेजस राठौर, अनुपम मिश्रा, डॉ मधुराज देवांगन, डॉ सुजाता शुक्ला, उत्तम श्रीवास, डॉ विकास चौहान, प्रवीण नगदेवे,अर्चना तोमर, कोमल कुमार साहू, सुनील साहू, टेकलाल नायक, मोहन प्रधान, नेहा चंद्राकर, .कमलेश देवांगन, आदि उपस्थित थे ..

 

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