मुंबई, 23 नवंबर 2019, महाराष्ट्र में सुबह सुबह भाजपा का दांव सामने आया और एन सी पी के विधायक दल के नेता अजीत पवार ने भाजपा को समर्थन दे दिया. भाजपा के फडणवीस ने दूसरी बार मुख्यमंत्री के पद पर राजभवन में शपथ ग्रहण की, शरद पवार ने इस मामले को एन सी पी के नेतृत्व से विश्वासघात बताया है, उनका कहना है कि वे अभी तक इस सारे घटनाक्रम को देख रहे हैं , अजीत पवार के इस कदम से महाराष्ट्र में सरकार भले ही बन ती दिखाई दे रही है किन्तु एन सी पी की टूट भी दिखाई दे रही है और पवार परिवार का टूटना भी दिख रहा है.
केंद्रीय मंत्री मंडल की गोपनीय बैठक में राष्ट्रपति शासन हटाने और सुबह छह बजे राज्यपाल द्वारा इसकी घोषणा करके सुबह 8 बजे देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथग्रहण करवा देने को शिवसेना के सामने से भोजन का थाल हटा देना माना जा रहा है. ट्वीट करके शरद पवार ने स्पष्ट रूप से इसे अजीत पवार का निजी फैसला बताया है.
12.30 दोपहर को शरद पवार संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बाकी खुलासे भी करेंगे जिसमें उद्धव ठाकरे एवम् कांग्रेस के नेताओ के होने की भी संभावना है.
महाराष्ट्र में राजनीति और कूटनीति अपने चरम में है, शरद पवार के साथ एन सी पी के वरिष्ठ नेता बैठक कर ही रहे हैं और उन्होंने शाम 4.30 को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है, देखना दिलचस्प होगा कि इस महाराष्ट्र सरकार बनाने की कवायद में कितने दलों के कितने विधायक टूटेंगे और कितनी पार्टियां.