लखनपुरी से आगे बढ़ा बस्तर के किसानो का रेला
रायपुर . जगदलपुर से रायपुर , किसानों का पैदल मार्च, किस तरह जय जवान – जय किसान का नारा लगाते आगे बढ़ रहे हैं किसान । इस समय आप संलग्न वीडियो में उनका जोश और जज्बा देख सकते हैं। जहां लखनपुरी से आगे बढ़ रहे हैं, चारामा में 14 सितम्बर को होगा रात्रि विश्राम , फिर रायपुर की ओर बढेगा पदयात्रियों का काफिला . 13 सितम्बर की रात कांकेर में रुके किसान मिडिया से मुखातिब थे , पैरों में छाले पड़ने की जानकारी देते हुए एक नेतृत्वकर्ता साथी कवासी ने बताया की किस तरह बस्तर लोकसभा के सांसद दिनेश कश्यप का वाहन उनके काफिले के पास से तेजी से गुजर गया , बजाय इसके कि रुक कर किसानों से उनकी तकलीफ़ पूछते , ये भी कि संभाग या जिला प्रशासन ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की , इसलिए अब परेशान किसान रायपुर राजधानी पहुंच कर ही दम लेंगे . सरकार की योजनाओं का फायदा किसानो को नहीं मिलता , सब कुछ दलालों के भरोसे हो रहा है , जमीन के कागज ले कर जब किसान बैंक जाते हैं तो मैनेजर 15-20 हजार रूपया लोन देने की बात करके किसानो को भगा देते हैं , घर आने पर दलाल आते हैं और किसानों से कर्ज दिलाने की एवज में मोटी रकम लेने का तय करके बैंक से 5 से 6 लाख स्वीकृत करा देते हैं. ये व्यवस्था चल रही है कि ट्रेक्टर का लोन आसानी से दे दिया जाता है और एक क़िस्त मात्र समय पर नहीं पट पाने पर बैंक ट्रेक्टर खींच कर ले जाती है और किसान का बंधक खेत अलग नीलाम कर देती है . दूसरी तरफ बड़े बड़े उद्योगपतियों का अरबों रुपयों का लोन बैंक और सरकार छोड़ रही है, ऐसे में किसान मजबूर और बेबस है की वो अपना दर्द किससे कहे , खेती से उसका गुजारा नहीं हो पा रहा है . खाद और दवाइयों के भाव बढ़ने से वैसे भी परेशानी है वो समय पर लेम्प्स में मिलते भी नहीं है . सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है .