सुकमा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले के कलसपाड़ में शहीद हुए एसटीएफ और डीआरजीएफ के जवानों को सुकमा स्थित पुलिस लाईन में श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस दौरान कहा कि जंगलों में हमारे जवानों ने घंटों तक लगातार नक्सलियों का मुकाबला किया और उन्हें भी तगड़ी चुनौती दी। इस घटना में कई नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों द्वारा घेरकर हमारे जवानों पर किये गए हमले में हुई इस क्षति की भरपाई कभी भी नहीं हो सकती। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ यह लड़ाई तब तक नहीं रुकेगी, जब तक उनका सफाया न हो जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि में चिंतागुफा क्षेत्र के कसालपाड़ जंगल में सर्चिंग पर निकले जवानों पर नक्सलियों द्वारा किए गए कायराना हमले में 17 जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। इस हमले में घायल 14 जवानों को रायपुर स्थित रामकृष्ण केयर अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि घायल जवानों से मुलाकात के साथ ही उनके बेहतर उपचार के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिये गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जवानों के साहस और वीरता की जितनी प्रशंसा की जाए कम है तथा छत्तीसगढ़ शासन जवानों के हौसले को सलाम करती है। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में छत्तीसगढ़ का प्रत्येक नागरिक हमारे जवानों के साथ है और उनकी जांबाजी को सलाम करता है। मुख्यमंत्री ने यहां मुठभेड़ में शामिल जवानों के साथ मुलाकात कर उनके शौर्य और साहस की प्रशंसा की। उन्होंने शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात कर ढाँढस बंधाया।
इस अवसर पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, भारत सरकार के विशेष सुरक्षा सलाहकार विजय कुमार उद्योग मंत्री कवासी लखमा, कोंडागाँव विधायक मोहन मरकाम, डीजीपी डीएम अवस्थी, बस्तर आई जी पी. सुंदरराज, कलेक्टर चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा सहित अन्य अधिकारियों और बड़ी संख्या में नागरिकों ने श्रद्धांजलि दी।