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Tuesday, April 30, 2024
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विचार और विमर्श

नए संसद में महुआ मोइत्रा की सांसदी की बलि से उठे सवाल

ये अमृत काल की अमृत संसद है प्यारे! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) प्राब्लम यह नहीं है कि महुआ मोइत्रा की संसद की सदस्यता चली गयी है।...

यानी पिक्चर अभी बाकी है!

(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) भई, अब यह तो ठीक बात नहीं है। मोदी जी ने जब से यह कहा है कि दस साल में उन्होंने...

भारतीय संविधान और हिंदुत्व के पैरोकारों की अंतहीन बेचैनी

असल में कौन लोग हैँ जो देश का संविधान बदलना चाहते हैँ? (आलेख : सुभाष गाताडे) लोकसभा चुनाव के प्रचार में कई भाजपा नेता संविधान बदलने...