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कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सोमवार रात को एक प्राइवेट अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित 69 साल के एक डॉक्टर की मौत हो गई. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि वह हड्डियों के मशहूर डॉक्टर थे और उन्हें 14 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सूत्रों ने बताया, इस महामारी से जान गंवाने वाले डॉक्टर के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और 17 अप्रैल से ही वह वेंटिलेटर पर थे. उनकी सेहत में लगातार गिरावट आ रही थी और सोमवार रात करीब सवा नौ बजे उनकी मौत हुई.

राज्य में 24 घंटे में कोरोना वायरस के 48 नए केस सामने आए हैं जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 697 तक पहुंच गई है. वहीं अभी तक कुल 20 लोगों की मौत हो चुकी है. गौरतलब है कि इसी बीच 4 और लोगों के ठीक होने राज्य में स्वस्थ होने वालों की संख्या 109 हो गई.
राज्य सरकार ने सोमवार को एक लिस्ट जारी कर कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप के मद्देनजर कोलकाता समेत चार जिलों को रेड जोन घोषित किया गया है वहीं शहर के 287 इलाकों की पहचान कंटेनमेंट ज़ोन के तौर पर की गई है. कोलकाता के अलावा हावड़ा, उत्तर 24 परगना और पूर्ब मेदिनिपुर को रेड जोन घोषित किया गया है. राज्य सरकार की ओर से जारी सूची के मुताबिक 11 जिलों की पहचान ऑरेंज जोन जबकि आठ की ग्रीन जोन के तौर पर की गई है.
ऑरेंज जोन में रखे गए जिलों में दक्षिण 24 परगना, हुगली, पश्चिम मेदिनिपुर, पूर्ब वर्द्धमान , कलिमपोंग, नदिया, जलपाईगुड़ी, दार्जीलिंग, मुर्शिदाबाद और मालदा है. वहीं ग्रीन जोन में रखे गए आठ जिलो में अलीपुरद्वार, कूच बिहार, उत्तर दिनाजपुर, दखिन दिनाजपुर, बीरभूम, बांकुरा, पुरुलिया और झारग्राम हैं.

रेड जोन वे इलाके हैं जहां कोरोना वायरस के मामले सबसे ज्यादा है. इन इलाकों में लॉकडाउन पूरी तरह प्रभावी होगा. ऑरेंज जोन में वे इलाके होते हैं, जहां कोरोना के काफी कम मामले सामने आए हैं और संक्रमितों की संख्या मे कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. वहीं, ग्रीन जोन में उन इलाकों को शामिल किया गया है जहां कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है.

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