केंद्र सरकार के दावों और वादों के बावजूद कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये बात सामने आई हैं कि मजदूरों से किराया लिया गया है। इसी सिलसिले में प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि मजदूरों को कि तरह से उनका रेल का किराया वापस मिल सकता है ?

लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए ट्रेन चलाने के फ़ैसले के बाद से ही, केंद्र सरकार पर मजदूरों से किराया लिए जाने का आरोप लगाया जाने लगा। 4 मई को सोनिया गांधी ने प्रवासी मजदूरों के किराये का भुगतान राज्य कांग्रेस इकाई के द्वारा किये जाने की घोषणा की थी। हालांकि सरकार का कहना है कि 85 प्रतिशत का किराया केंद्र और 15 प्रतिशत का किराया राज्य सरकारें देंगी। इसी संबंध में आज दोपहर बाद प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट करके बताया है कि हमने रायबरेली व अमेठी के डीएम से दूसरे राज्यों से आए लोगों की सूची मांगी है। जिससे हम टिकट का पैसा उन्हें दे सकें।

यहां के लिए दो सहायता नंबर भी हैं, जिन पर टिकट की फ़ोटो, पता भेजने से कांग्रेस आपका रेल भाड़ा अदा करेगी। अमेठी- 8795834675, 9415610734 रायबरेली- 9515436744, 9264926243. प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में अमेठी और रायबरेली कांग्रेस कमेटी की प्रेस विज्ञप्ति भी शेयर की हैं। बता दें कि केंद्र सरकार के 85 प्रतिशत का किराया वहन किये जाने के दावे के बाद भी कई जगहों से मजदूरों से किराया लिए जाने की बातें सामने आ रही हैं।

इसके पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके एक वीडियो शेयर किया था। वीडियो में एक मजदूर यात्रा के दौरान होने वाली अव्यवस्था के बारे में बता रहा है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा है कि गुजरात से मजदूरों को ले जाकर, उनसे किराये के पैसे लिए गए और आगरा और बरेली जाने वालों को लखनऊ और गोरखपुर ले जाकर छोड़ा गया। सिर्फ़ भगवान की बातें दोहराने से काम नहीं चलेगा। उस पर अमल भी करके दिखाना चाहिए।

प्रियंका गांधी ने ये ट्वीट प्रधानमंत्री मोदी के बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिए गए एक संबोधन के जवाब में किया था। संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत बुद्ध के क़दमों पर चलकर हर किसी की मदद कर रहा है। हमारा काम सेवा भाव होना चाहिए। दूसरों के लिए करुणा-सेवा रखना चाहिए।

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