रायपुर  (इंडिया न्यूज रूम)  विरोध ,,,,       कोरेना     महामारी से निपटने और अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरो का अमूल्य जीवन बचाने 24 घंटे काम में लगे अग्रिम पंक्ति के डाक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल, कर्मी, एम्बुलेंस चालक, आंगनबाड़ी कर्मी, मितानिन, सफाई कर्मी सहित आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण, बीमा कवर व बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग को लेकर सीटू ने आज पूरे देश में मांग दिवस मनाकर इन कर्मियों के साथ एकजुटता के लिए सामाजिक दूरी व घरबंदी नियमो का पालन करते हुए अपने घर, कार्यस्थल व संगठन के कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन आयोजित किया । रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, भिलाई, बालोद, राजनांदगांव, धमतरी, कोरिया, सूरजपुर, अंबिकापुर, रायगढ़ सहित लगभग सभी जिलों में सीटू कार्यकर्ता इसमें शरीक हुए । प्रदर्शन में आंगनबाड़ी, मितानिन, बीड़ी, रसोइए, ठेका श्रमिक, निर्माण श्रमिक, मंडी श्रमिक के साथ संगठित व असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के साथ ही बीमा कर्मी , दवा प्रतिनिधि भी सैकड़ों की संख्या में शामिल हुए और अग्रिम पंक्ति के श्रमिको को सुरक्षा के पर्याप्त साधन व सुविधाएं देने की मांग की । सीटू नेेता धरमराज महापात्र    बताते है
कि जैसे जैसे देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे है वैसे वैसे अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के संक्रमित होने के मामले भी खतरनाक रूप से बढ़ रहे है इसका मुख्य कारण सुरक्षा उपकरणों की कमी है इसमें कई डाक्टर के मृत्यु होने की जानकारी भी मिली है नर्स व कई कर्मचारी भी इससे संक्रमित हुए है इस रोशनी में सीटू ने 14 मई को बहुत हुआ फूल अब सुरक्षा और बीमा दो की मांग को लेकर देश व्यापी विरोध दिवस का आवाहन किया था ।

इसके तहत सीटू के कार्यकर्ता 14 मई को ताला बंदी के नियमो  का,   सोशल सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सुबह 10 बजे से 10 मिनट के लिए अपने घरों व कार्य स्थल पर काली पट्टी लगा कर तख्तीया ले कर परिवारजनों के साथ विरोध प्रदर्शन किए । विदित हो कि इस महामारी की सबसे ज़्यादा मार योजना मजदूर पर पड़ रही है लगभग 10 लाख आशा/मितानिन श्रमिक सुरक्षा उपकरण से वंचित है जबकि वे घर – घर जा कर सर्वे कर रहे है लगभग 26 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जो घर घर जा कर सर्वे के साथ ही रोगियों की निगरानी के लिए नियुक्त किए जा रहे है उन्हें भी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं है ।
मध्यप्रदेश ,उत्तरप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में इनमे से कई के मौतों की जानकारी भी मिली है । राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन के कर्मचारी, ठेके पर काम कर रहे पैरा मेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य स्वयं सेवक , 108 एम्बुलेंस चालक 24 घंटे अपनी जान जोखिम में डाल कर दूसरो के जीवन की रक्षा कर रहे हैं इसके बदले में इन्हे महीनों तक वेतन तक नहीं मिलता क्योंकि ये ठेके पर काम कर रहे है मोदी सरकार ने जिस 50 लाख रुपए के बीमा पैकेज की घोषणा की है उसके दायरे में भी इन्हे शामिल नहीं किया गया है, इसके अलवा लाखो मजदूर जो जनता को भोजन ,पानी , बिजली, बैंकिंग परिवहन और अन्य आवश्यक सेवाएं देने वाले पंचायत / नगर पालिका/ नगर निगम के सफाई कर्मचारी, ग्रामीण चौकीदार के साथ ही पुलिस और अर्ध सैनिक बल के लोग भी आवश्यक सुरक्षा उपकरणों से वंचित है । इसीलिए सीटू ने अग्रिम पंक्ति के सभी काम करने वालो के सुरक्षा उपकरण , कोवीड – 19 दूषित रेड ज़ोन के कर्मियों के लिए पी पी ई किट उपलब्ध कराने, उनका निशुल्क करोना परीक्षण कराने , 50 लाख के बीमा सुरक्षा दायरे में उन्हें शामिल करने , इस काम में लगे सभी ठेका वा योजना मजदूरों को 25000 रू प्रति माह प्रोतसहन राशि देने, काम करते हुए संक्रमित मजदूरों को न्यूनतम 5 लाख रुपए का मुआवजा देने, सभी गैर कर दाता परिवार को 7500 रू का अनुदान देने, स्वास्थ्य प्रणाली का निजीकरण रोक कर, सार्वजनिक स्वाथय प्रणाली को मजबूत करने तथा स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 5% खर्च किए जाने की मांग की है ।राज्य में अलग   अ   ल ग    प्र दर्शनों में सान्याल, एम् के नन्दी, एस सी भट्टाचार्य, एस पी डे, वी एम् मनोहर, ललन सोनी, योगेश सोनी, नवीन गुप्ता,प्रदीप मिश्रा, प्रदीप गभिने, मारुति डोंगरे, शीतल पटेल, राजेश अवस्थी, अजय कन्नोजे, विभाष पैतुदी, उबेद खान, सुरेन्द्र शर्मा, अतुल देशमुख, मनोज देवांगन, तिलक वर्मा, दिलीप भगत, गंगा साहू, ज्योति पाटिल, धनंजय झा, संध्या भगत, गोदावरी, गजेन्द्र झा, शांत कुमार, जे एस सोड़ी, डी वी एस रेड्डी, वी एस बघेल , सेेेम सन पाल   आदि साथी प्रमुख रूप से कर रहे थे । अधिवक्ता सुरेन्द्र महापात्र भी समर्थन में इस प्रदर्शन में हिस्सा लिए । सीटू ने अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी के साथ – साथ आम जनता व अन्य मजदूरों , कर्मचारियों ने भी इस विरोध दिवस को सफल बनाने सक्रिय भूमिका अदा की ।

रायपुर में शहर के 20 से अधिक स्थानों में।यह प्रदर्शन आयोजित हुए । सीटू ने जनता के हर हिस्से के।मजदूर साथियों का इसके लिए आभार व्यक्त किया । सीटू लगातार प्रवासी मज़दूरों के भोजन और गांव जाने की व्यवस्था के काम मे लगी है।

 

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