भिलाई। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पूरे देश में करीब 2 महीने से अधिक हो चुके हैं लाकडाउन की स्थिति निर्मित हुए हैं ऐसे में श्रमिक पैदल ही अपने निवास के लिए निकल चुके हैं तो कई लोगों को अपने परिजनों को मिलने तथा उनके गंतव्य स्थानों पर लाने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे ही कुछ खबर छत्तीसगढ़ के भिलाई से प्रकाश में आई है यहां के बीएसएन कॉलोनी की रहने वाली बैजयंति नामक महिला ने शुक्रवार की रात आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मामले की तफ़शिस शुरू कर दी है। परिवार के लोगों से पूछताछ में पुलिस को यह ज्ञात हुआ है कि बैजयंति की एक बेटी लॉक डाउन की वजह से भोपाल में फंसी हुआ थी। उसके पास चूंकि निजी वाहन नहीं थे इसलिए उसे वहां से आने का पास नहीं मिल रहा था। यहां से उसके पिता ने पास के लिए आवेदन किया तो यह कहकर उनके आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया कि भोपाल रेड जोन में है ऐसे में वहां से जाने और आने का पास नहीं दिया जा सकता।
बच्ची को लाने की बात को लेकर पति पत्नी के बीच रोज विवाद होता था। कल रात भी इसी बात को लेकर मृतिका के पति के साथ उसकी बहस हुई थी। मृतक का कहना था कि उसकी बच्ची भोपाल से क्यों नहीं आ पा रही है। पति ने उसे समझने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी। लॉक डाउन में कई छात्र अलग अलग जगहों पर फंसे हैं। कोटा में चूंकि छात्रों की संख्या ज्यादा थी इसलिए वहां से छात्रों को तो निकाल लिया गया लेकिन कई छात्र अभी भी कई शहरों में फंसे हैं।