पटना(एजेंसी):- गोपालगंज में हुए ट्रिपल मर्डर केस (Gopalganj triple murder Case) को लेकर बिहार में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। आरजेडी नेता जेपी यादव के घर पर हुए हमले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) आज पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ गोपालगंज के लिए कूच करने को तैयार हैं। हालांकि, इस बीच जानकारी मिल रही है कि प्रशासन ने तेजस्वी यादव को गोपालगंज जाने की अनुमति नहीं दी है। कोरोना संकट और लॉकडाउन के मद्देनजर प्रशासन की ओर से ये फैसला लिया गया है। यही नहीं खबर ये भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर पुलिसकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।

गोपालगंज जाने पर अड़े तेजस्वी यादव
दरअसल, गोपालगंज तिहरे हत्याकांड को लेकर तेजस्वी यादव लगातार जेडीयू के विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर 24 घंटे में आरोपी जेडीयू विधायक की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वो अपने विधायकों के साथ गोपालगंज में आंदोलन करेंगे। उन्होंने नीतीश कुमार पर जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय को संरक्षण देने का सीधा आरोप लगाया था।

लॉकडाउन के मद्देनजर प्रशासन ने नहीं दी मंजूरी
हालांकि, प्रशासन की ओर से तेजस्वी यादव को गोपालगंज की अनुमति नहीं दी गई है। जिला प्रशासन की ओर से इसको लेकर एक पत्र भी आरजेडी नेता के आवास पर भेजा गया, हालांकि, ये पत्र स्वीकार नहीं किया गया। इससे पहले तेजस्वी यादव ने गुरुवार को बताया कि शुक्रवार सुबह उनकी विधानसभा और विधान परिषद के सभी विधायकों के साथ बैठक है। इसके बाद वो गोपालगंज के लिए रवाना होंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से अनुमति मिले या नहीं वो पार्टी नेताओं के साथ गोपालगंज जरूर जाएंगे।

आरोपी जेडीयू विधायक की गिरफ्तारी की कर रहे हैं मांग
बताया जा रहा कि गोपालगंज पहुंचने के बाद तेजस्वी यादव पार्टी नेताओं के साथ आरोपी जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी और दोषियों पर कार्रवाई के मांग के साथ आंदोलन करेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार कहती है कि कोरोना है, घर से बाहर मत निकलिए। ऐसे में क्या हम विपक्ष के लोग बिहार के लोगों पर हो रहे अत्याचार को चुपचाप देखते रहें। कोरोना अगर दो साल रहेगा तो क्या हम दो साल तक घर में ही रहेंगे।

जानिए, क्या है पूरा मामला
गोपालगंज के हथुआ थाना इलाके के रुपनचक गांव में रविवार रात अपराधी आरजेडी नेता जेपी यादव के घर में घुस गए और उन्होंने जेपी यादव समेत उनके चार परिजनों को गोलियों से भून दिया था। अपराधियों की ताबड़तोड़ फायरिंग की वजह से आरजेडी नेता जेपी यादव के माता-पिता की मौत हो गई थी, जबकि गंभीर रूप से घायल उनके एक भाई ने सोमवार की सुबह गोरखपुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था। वहीं आरजेडी नेता जेपी यादव और उनके एक भाई अभी भी पटना के पीएमसीएच में इलाजरत हैं। तेजस्वी यादव मंगलवार को उनका हाल जानने पीएमसीएच भी गए थे। मिली जानकारी के अनुसार, घायल जेपी यादव ने बताया कि वो स्थानीय जिला पार्षद क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें हमले की आशंका थी, जिससे उन्होंने पुलिस को भी आगाह किया था, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। उन्‍होंने JDU के विधायक अमरेन्द्र कुमार पाण्डेय उर्फ़ पप्पू पांडेय, जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश पांडेय और उनके पिता सतीश पांडेय पर मां और पिता की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया था।

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