बाढ़ में डूबे 11 जिले, दो दिन तक आठ जिलों में रेड अलर्ट

तिरुवनंतपुरम।  मूसलाधार बारिश से केरल में 14 में से 11 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और 50 हजार से ज्यादा लोगों को अपना घर छोडऩा पड़ा है। वहीं इडुक्की डैम के आसपास, एर्नाकुलम और त्रिशूर में शनिवार और रविवार  को बारिश कम होने तथा रुकने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। इस बीच मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख और घर-जमीन गंवाने वालों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा घोषित किया है। मौसम विभाग ने शनिवार को राज्य के आठ जिलों में इडुक्की, वयनाड, मलप्पुरम, कोझिकोड, पालक्काड़, कोट्टायम और अलाप्पुझा में 13 अगस्त तक रेड अलर्ट घोषित किया गया है। बाकी जिलों में रविवार से हालात सामान्य होने की उम्मीद है। वहीं, इडुक्की में एक दिन पहले बांध के पांचों गेट खोलने पड़े थे। इससे हर सेकंड पांच लाख लीटर पानी बाहर आ रहा था, लेकिन शनिवार को इडुक्की में बारिश कम हो गई। इससे हालात जल्द ही सुधरने के आसार हैं।
मुख्यमंत्री पी विजयन ने नेता विपक्ष रमेश चेन्निथाला, राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन, राज्य मुख्य सचिव टॉम जोस और राज्य पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा के साथ इस बीच उत्तरी केरल के वायनाड, कलपेट्टा समेत अन्य बाढग़्रस्त इलाकों का हवाई दौरा किया। मुख्यमंत्री पहले इडुक्की जा रहे थे, लेकिन खराब मौसम की वजह से दौरा रद्द कर दिया। मुख्यमंत्री ने बताया, ‘हमने आर्मी, नेवी, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ से मदद मांगी है। नेहरू ट्रोफी बोट रेस को रद्द कर दिया गया है।Ó बता दें कि केरल में आठ अगस्त से जारी भारी बारिश के बाद से बारिश संबंधी घटनाओं में 29 लोगों की जानें जा चुकी हैं।
मदद को नौसेना ने कमान संभाली
नौसेना की ओर से दक्षिणी नवल कमांड ने वयानड में फंसे लोगों को बचाने के लिए चार टाइविंग टीमें और एक हेलीकॉप्टर भेजा है। वहीं, भारतीय थल सेना की ओर से भी अयान्नकुलु, इदुक्की और वयानड में लगभग 75 जवानों की टीम भेजी गई है। दो और टीमें कोझिकोड और मलप्पुरम भेजी गई है।
रेलवे ट्रैक को भी नुकसान
भारी बारिश से कांजीकोड और वालायर के बीच रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है। इस रूट पर रेल सेवाएं रोक दी गई हैं। इस बीच रेलवे के उच्च अधिकारियों ने यहां का दौरा भी किया।

 

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