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ब्रासीलिया। ब्राजील ने कोरोना वायरस के मामलों के आंकड़ों को सरकारी वेबसाइट से हटा दिया है। यह फैसला महामारी से निपटने को लेकर राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो की आलोचना के बीच लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अब सिर्फ पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना से होने वाली मौतों और मामलों को दर्ज किया जा रहा है। कुल मामलों और मौतों का आंकड़ा वेबसाइट से हटा दिया गया है।
राष्ट्रपति बोलसोनारो ने कहा कि लगातार बढ़ते मामले मौजूदा हालात को बयां नहीं करते हैं। सरकार के इस फैसले की मीडिया और संसद के दूसरे नेता काफी आलोचना कर रहे हैं। ब्राजील की तरफ से यह फैसला ऐसे समय में किया गया है, जब यहां लगातार चौथे दिन एक हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। ब्राजील कोरोना वायरस केस के मामले में दुनिया भर में दूसरे नंबर पर है।

वहीं, अमेरिका और ब्रिटेन के बाद यहां सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। यहां करीब हर मिनट एक व्यक्ति की मौत हो रही है। लैटिन अमेरिका के सबसे अधिक आबादी वाले देश ब्राजील और मेक्सिको में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा है। चीन के वुहान में कोरोना से मौत का पहला मामला 10 जनवरी को दर्ज किया गया था। लेकिन अप्रैल के शुरू में ही मौतों की संख्या एक लाख को पार कर गई।
अमेरिका के बाद ब्राजील संक्रमण का सेंटर
उधर, महज 23 दिनों में ही यह संख्या तीन लाख से चार लाख तक पहुंच गई। अमेरिका के बाद ब्राजील संक्रमण का सेंटर बन चुका है। ब्राजील में 6.77 लाख से अधिक कोरोना मरीज हैं और अमेरिका, ब्रिटेन के बाद सबसे ज्यादा मौतें यहीं हुई हैं। यहां 36 हजार से ज्यादा की जान जा चुकी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुल संक्रमित मामलों में लगभग 30 फीसदी यानी 20 लाख केस अकेले अमेरिका में हैं।
लैटिन अमेरिका इस वायरस से दूसरा सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है, जहां करीब 15 फीसदी कोरोना मरीज हैं। कोरोना से एक चौथाई से ज्यादा मौतें अमेरिका में हुई हैं। यहां एक लाख 12 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। एक आंकड़े के मुताबिक, मलेरिया से जितने लोग सालाना अपनी जान गंवाते हैं, महज पांच महीने में ही कोरोना से उतनी मौतें हो चुकी हैं।

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