विटामिन डी एक ऐसा पोषक तत्व है जो त्वचा के धूप के संपर्क में आने पर बनता है। हमारी हड्डियों, मांसपेशियों और नसों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। खाद्य पदार्थों और फलों से भी विटामिन डी पाया जा सकता है। आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें प्राकृतिक रूप से विटामिन डी उच्च मात्रा में पाया जाता है। इस फल को आप बड़ी आसानी से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
विटामिन डी के फायदे
विटामिन डी लेने से वजन घटाने में मदद मिलती है, डिप्रेशन नहीं होता, ह्रदय रोगों का खतरा कम हो सकता है। हम सभी जानते हैं कि विटामिन डी हड्डियों को मजबूत करता है। इससे इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है। तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में भी विटामिन डी अहम भूमिका निभाता है।
विटामिन डी की कमी से क्या नुकसान होता है
अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है या बीमार महसूस होता है। इसमें थकान, हड्डियों और कमर में दर्द, मूड खराब रहना, घाव न भरना, बाल झडऩा, मांसपेशियों में दर्द रहता है। वहीं अगर आप लंबे समय से विटामिन डी की कमी से ग्रस्त हों तो इसकी वजह से कार्डियोवस्कुलर स्थितियां, ऑटोइम्यून समस्याएं, नसों से जुड़े रोग, संक्रमण, प्रेग्नेंसी में समस्याएं और ब्रेस्ट, प्रोस्टेट एवं कोलन जैसे कुछ कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
संतरे का जूस
विटामिन डी से युक्त फलों में से एक संतरा भी है। संतरे का जूस हड्डियों को मजबूत करने वाले खनिज पदार्थों को अवशोषित कर सकता है जो कि शरीर को एनर्जी और मजबूती देने के लिए जरूरी होता है। एक कप संतरे के रस से पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिल जाता है। संतरा विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम से भी युक्त होता है।
इन चीजों से भी मिल सकता है विटामिन डी
संतरे के रस के अलावा दही, दूध, साल्मन और टूना मछली एवं अंडे आदि में विटामिन डी प्रचुरता में होता है। अगर आपकी हड्डियां कमजोर हैं या शरीर में विटामिन डी की कमी हो गई है तो आपको अपनी डाइट में इन चीजों को शामिल कर लेना चाहिए।

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