नईदिल्ली। भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में शुमार पूर्व धुरंधर युवराज सिंह ने कहा है कि रिटायरमेंट के बाद उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है और वह अब सुकून से सोते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि वह ऐसी जगह पहुंच गए थे, जहां मानसिक तौर पर क्रिकेट उनकी मदद नहीं कर रहा था और वह खुद को खींच रहे थे। पिछले साल ही युवराज ने इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।

फैंस और साथी खिलाडिय़ों के बीच युवी से मशहूर इस दिग्गज ने गौरव कपूर के एक शो में खुलकर बातचीत की। युवराज ने कहा कि वह जब तक खेलते थे, तो कभी अच्छी नींद नहीं आई लेकिन क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद वह आराम से सोते हैं। युवराज ने पिछले साल 20 जून को ही अपने 14 साल के लंबे करियर पर विराम लगाने का फैसला लिया था।
38 वर्षीय युवराज ने कहा, जब तक देश के लिए खेला, एक जिम्मेदारी महसूस करता था। जिस दिन मैंने संन्यास लिया, उसी दिन से आजाद सा महसूस कर रहा हूं।

रिटायरमेंट पर उन्होंने कहा, कोई शक नहीं कि जब संन्यास का ऐलान किया तो वह एक भावुक क्षण था। उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता लेकिन अब काफी आजाद महसूस करता हूं। काफी सालों तक मैं चैन से सो नहीं पाता था, अब आराम से सोने लगा हूं। अब मैं सुकून महसूस करता हूं।

उन्होंने कहा, मैं एक ऐसी जगह पहुंच गया था जहां मानसिक तौर पर क्रिकेट मेरी मदद नहीं कर रहा था। मैं बस अपने आपको खींच रहा था और सोचता रहता था मैं कब संन्यास लूंगा, क्या मुझे संन्यास ले लेना चाहिए।
उन्होंने कहा, मैदान पर क्रिकेट खेलने को कभी-कभी मिस करता हूं लेकिन ज्यादा नहीं। मैं काफी साल खेला। मुझे फैंस के बहुत मेसेज मिले, तब खुद को लकी महसूस कर रहा था। जो सम्मान इस खेल ने मुझे दिया है, उस पर हमेशा मुझे गर्व होता है।

उन्होंने कहा, जब अपने जीवन में बढ़ते रहते हैं तो चीजों के बारे में आपको पता नहीं चलता। फिर अचानक से आपको लगता है अरे यह क्या हो रहा है। मैं 2-3 महीने के लिए किसी और वजह से घर पर बैठा था। मुझे लगता है कि आपको भी यह महसूस हुआ होगा कि परिवार संग वक्त बिताने को कितना मिस करते हैं।

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