महासमुंद। करीब साढ़े तीन माह से कोरोना वायरस संक्रमण के चलते थमे बसों के पहिए आज से फिर चलने लगे। पर यात्रियों को टोटा रहा। कुछ बस संचालक स्थिति को देखकर संशय में हैं कि बसें चलाए या नहीं। बसों का परिचालन फिर से होने से चालक-परिचालकों को रोजगार वापस मिल चुका है। हालांकि वर्तमान में केवल 20 फीसदी बसें चल रही है जिसकी वजह से मात्र 30 फीसदी लोगों को रोजगार मिल पाया है।
रायपुर रूट में जहां 15 मिनट में निकलने वाली बसों को भरने में ही आधा घंटा लग गया। इसमें बसें की अधिकांश सीट खाली रही। यही हाल अन्य रूटों के बसों की भी रही। सवारी नहीं मिलने से बस संचालकों के साथ चालक-परिचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि शासन के निर्देश पर बस संचालक सभी मार्ग में करीब 20 फीसदी बसें ही चला रहे हैं। इसमें रायपुर रूट में 24, बागबाहरा और राजिम रूट में 12-12 सराईपाली में 6 व बलौदाबाजार खम्हरिया व सिरपुर रूट में करीब 2-2 बसें चल रही है। बता दें कि लॉकडाउन के बाद से बसों का संचालन बंद होने से चालक-परिचालकों का भी रोजगार छीन गया था।
नाम एंट्री करने नहीं मिला रजिस्टर
कुछ बस चालक-परिचालकों ने बताया कि बसों में सवार यात्रियों के नाम एंट्री करने के लिए उन्हें रजिस्टर नहीं मिला है। बस चालकों के पास जो बिल बुक थीं उसमें ही वे नाम एंट्री करते दिखे। हालांकि सफर के लिए बसों में बैठे यात्री मास्क लगाए हुए नजर आए। बता दें कि बसों में सफर के दौरान यात्रियों को नियमित रूप से मास्क का उपयोग करना अनिवार्य किया गया है।