कोरबा। रविवार की शाम हसदेव बराज दर्री में छलांग लगाने वाला युवक जीवित नहीं बच सका। तीसरे दिन इसका शव बरामद हुआ। शव उसी स्थान पर पाया गया, जहां उसने छलांग लगाई थी। दर्री पुलिस ने 174 सीआरपीसी के तहत मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
जानकारी के अनुसार कोरबा राताखार में रहने वाले संतोष साहू 30 वर्ष ने आत्महत्या की मंशा से बारिश के सीजन में लबालब भरे हसदेव बराज में छलांग लगाई थी। रविवार को वह अपने एक परिचित के यहां दर्री आया हुआ था। वह नशे की स्थिति में था। कुछ देर परिचित के घर बिताने के बाद उसने रवानगी ली। इसके साथ ही अपनी साइकिल को किनारे खड़ी कर वह गहराई में कूद गया। सिचाई विभाग के कर्मियों और राहगिरों ने उसे छलांग लगाते देखा। इस बारे में स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई।
समय के आभाव में उस दिन बचाव के सीमित प्रयास ही हो सके। बराज की गहराई को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग के प्रशिक्षितों को बिलासपुर से बुलाया गया। एडवांस टेक्रोलॉजी के साथ काम करने के बावजूद 6 सदस्यीय टीम को सोमवार को कोई नतीजे नहीं मिल सके। इस टीम ने सुबह से शाम तक अपना प्रयास जारी रखा। 30 फीट की गहराई तक पहुंच कर बचाव कार्य किए जाने के बाद भी लापता युवक को नहीं खोजा जा सका। शाम के बाद इस अभियान को बंद करना पड़ा। आज सुबह इस क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन फिर से प्रारंभ किया जा रहा था। इसी दर्यान संतोष साहू का शव उसी स्थान पर सतह में आ गया, जहां से उसने छलांग लगाई थी। यह नजारा देखे जाने के साथ एसडीआरएफ और पुलिस ने राहत की सांस ली। मृतक का शव बरामद करने के बाद पंचनामा किया गया। दर्री टीआई राकेश मिश्रा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।