दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के ग्राम भांसी के मासापारा स्कूल यहां स्थित जिस स्कूल को नक्सलियों ने 06 साल पहले तोड़ दिया था, आत्मसमर्पण के बाद उन्ही नक्सलियों के द्वारा पुन: उसी स्थान पर स्कूल का निर्माण कार्य फिर शुरू कर दिया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस के लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर हाल ही में इस इलाके के नक्सलियों ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने ही कहा कि फिर से स्कूल बने, स्कूल का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। प्रशासन भी इस वर्ष स्कूल बनाकर पुन: स्कूल खेलने की कवायद में जुट गया है। दंतेवाड़ा के नक्सलगढ़ बदले हुए हालात की तस्वीर अब दिखने लगी है। नक्सलगढ़ में पहली बार ऐसा हुआ है जब उन्ही नक्सलियों के द्वारा तोड़े गये स्कूल को बनाने का काम भी दोबारा शुरू किया गया है।

उल्लेखनिय है कि नक्सलियों के द्वारा जिले की 11 स्कूलों को ध्वस्त कर दिया गया था, जिसे दूसरी जगह संचालन किया जा रहा है। बीते साल प्रशासन ने उन्हीं गांवों में स्कूल खोलने की योजना भी बनाई थी, लेकिन सालभर बीत जाने के बाद भी दंतेवाड़ा में यह नहीं हो सका। यदि मासापारा स्कूल को दोबारा बनाकर शिफ्ट कराया जाता है, तो नक्सलियों की तोड़ी स्कूल में दोबारा उसी जगह संचालित होने वाली पहली स्कूल होगी। आत्मसमर्पित नक्सलियों की मांग पर दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने वादा किया था कि आप समर्थन दें, हम स्वीकृति देंगे। इसके बाद भांसी से दंतेवाड़ा लौटते ही 24 घंटे के अंदर कलेक्टर ने स्कूल भवन निर्माण की स्वीकृति देकर बाकायदा काम की भी शुरुआत करावा दिया गया।

दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने नक्सलियों के आत्मसमर्पण व विकास की मांग को लोन वर्राटू अभियान की जीत बताया है। दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी बताया कि स्कूल के लिए स्वीकृति देकर काम शुरू करा दिया गया है। अभी बारिश का मौसम है, इसलिए रफ्तार थोड़ी धीमी रहेगी। जल्द ही निर्माण पूरा कराया जाएगा। इसी वर्ष स्कूल भी शिफ्ट कर देंगे।

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