श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में बौखलाए आतंकवादी अब राजनीतिक दलों के नेताओं और गांव के सरपंचों को निशाना बना रहे हैं। पिछले 48 घंटे में जम्मू जम्मू-कश्मीर में भाजपा नेताओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। अब कुलगाम जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सरपंच सज्जाद अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। घर के बाहर ही सरपंच पर जानलेवा हमला किया गया था। इस दौरान आतंकियों ने उन्हें निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें सरपंच खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इससे पहले जुलाई महीने में भाजपा के बांदीपोरा जिलाध्यक्ष और उनके दो परिजनों की हत्या कर दी गई थी। वहीं इस घटना के एक माह पूर्व आठ जून को अनंतनाग में कांग्रेस नेता और सरपंच अजय पंडिता की हत्या कर दी गई थी। घाटी में जम्हूरियत की मजबूती में जुटे नेताओं, कार्यकर्ताओं से लेकर पंचायती नुमाइंदों पर पहले भी आतंकी हमले होते रहे हैं।
बता दें कि इस घटना से 48 घंटे पहले भी आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में एक सरपंच की हत्या कर दी थी। 4 अगस्त की शाम को काजीगुंड अफरान में आतंकवादियों ने बीजेपी पंच आरिफ अहमद को निशाना बनाया था। इससे पहले 8 जून को अनंतनाग जिले में आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या की थी। हालांकि बाद में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाकर सरपंच के हत्यारों को ढेर कर दिया था।
बताते चलें कि जम्हूरियत की मजबूती से आतंकी संगठनों में बौखलाहट है। इसे के चलते आतंकी संगठन घाटी का माहौल खराब करने और लोगों में भय उत्पन्न करने के लिए लगातार साजिश रच रहे हैं। आतंकी तंजीमों के शीर्ष कमांडरों के सफाए और लगातार ध्वस्त हो रहे नेटवर्क से बौखलाए आतंकी नेताओं की हत्याओं करने पर आमादा हो गए हैं। कश्मीर घाटी में आतंकवाद के शुरुआती दिनों से लेकर हाल के वर्षों तक ज्यादातर सियासी हत्याएं चुनावी वर्ष में हुई हैं लेकिन आतंकी वारदातों का ऐसा सिलसिला अब बिना चुनाव के भी तेज हो गया है।