भुबनेश्वर . तथागत सत्पथी (Tathagat Satpathy) के इस फैसले ने सबको चौंका दिया है . आज के जिस दौर में पत्रकारिता को सीढ़ी बनाकर तमाम लोग विधायक-सांसद और मंत्री बनकर सत्ता का सुख लेने की कोशिश करते हैं, जिसके ढेरों उदाहरण भी हैं, उस दौर में इस बी जे डी सांसद ने पत्रकारिता के लिए राजनीति से संन्यास लेकर नजीर पेश की है.

तथागत ने आज निडर और निर्भीक पत्रकारों की कमी को देखते हुए आज देश के लिए इस  जरुरत के कारण ये कदम उठाने का फैसला किया है . अपने नेता नवीन पटनायक से यह निवेदन किया है तथागत सतपथी ने की वे इस बात के लिए उन्हें अनुमति दे दें .

ऐसा नाम है, जिन्होंने विरला ही काम कर दिखाया है. दरअसल, देश में पत्रकार से नेता बनने के अतीत और वर्तमान में बहुत से उदाहरण हैं. मगर कोई नेता अगर पत्रकारिता में आने के लिए राजनीति से तौबा कर ले, तो बात मायने रखती है. यह बात, तब और भी खास हो जाती है, जब ऐसा फैसला लेने वाला शख्स कोई हाशिये पर पहुंचा नेता न हो कर पार्टी और इलाके का एक सक्रिय सांसद हो और पूर्व मुख्यमंत्री का बेटा भी.आज जब  80 और 90 साल की उम्र में भी कई नेता राजनीति से संन्यास नहीं लेते, तब सिर्फ  62 साल की उम्र मे ही इस सांसद ने राजनीति को अलविदा कह दिया है. बात हो रही है ओडिशा के सत्ताधारी BJD के सांसद की. चार बार के सांसद तथागत सत्पति (Tathagat Satpathy) की जिन्होंने पत्रकारिता की दुनिया में फिर लौटने के लिए राजनीति से संन्यास लेने का मंगलवार को ऐलान कर सबको चौंका दिया है.

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