इडुक्की। केरल में इडुक्की जिले के राजामला में शुक्रवार को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 85 अन्य लापता हो गए। इस दौरान 16 लोगों को बचा लिया गया है। सूत्रों ने बताया कि गुरुवार रात से क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है जिसके कारण मुन्नार ग्राम पंचायत में राजामला के पेटीमुडी में तड़के करीब चार बजे भूस्खलन की यह घटना हुई। घटनास्थल से 10 शव बरामद किए गए हैं जबकि 16 लोगों को बचा लिया गया है जिनमें से चार की हालत गंभीर है। बचाये गये लोगों को यहां के कन्नन देवन अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस इलाके से अन्य क्षेत्रों का संपर्क कम होने के कारण घटना के बारे में कई घंटों बाद सुबह पता चल सका। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

एक अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान के तहत लोगों को विमान के जरिए निकालने की कोशिशें भी खराब मौसम के कारण फिलहाल कामयाब नहीं हो पा रही हैं। पड़ोसी जिले के अस्पतालों को किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। शुरुआती घंटों में पुलिस या राजस्व विभाग के अधिकारी घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाए थे क्योंकि कल रात इलाके को जोडऩे वाला पेरियावरम पुल बाढ़ में नष्ट हो गया था। मुन्नार से लगभग 30 किलोमीटर दूर यह भूस्खलन हुआ लेकिन क्षेत्र के खराब बुनियादी ढांचे के कारण बचाव अभियान में देरी हुई। इस क्षेत्र के एराविकुलम नेशनल पार्क का हिस्सा होने के कारण विकास कार्य काफी कम हुए हैं। भूस्खलन में बड़ी संख्या में लोगों के दबने की आशंका है जिनमें से ज्यादातर कन्नन देवन चाय बागान के श्रमिक हैं जो वहां 20 घरों में रहते थे।
केरल में लगातार बारिश के बाद शुक्रवार को यह हादसा हुआ। जिस जगह पर भूस्खलन हुआ वहां पर चाय के बागान में काम करने वाले मजदूर शेल्टर बनाकर रहते थे। यहां मजदूरों की लगभग पूरी एक बड़ी कॉलोनी सी बनी हुई थी। लैंड स्लाइड के बाद बड़ा सा मलबा शेल्टर हाउसेस के ऊपर गिरा और सभी दब गए। बताया जा रहा है कि अधिकांश मजदूर तमिलनाडु के रहने वाले थे और यहां रहकर मजदूरी करते थे।

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