छत्तीसगढ़:- करोना की आड़ में इस पूरे दौर में अर्थव्यवस्था और गरीब जनता बदहाल हो गई, वही। अदानी, अंबानी जैसे कोरपोरेट मालामाल हो रहे है। इन्ही देशी और विदेशी कोरपोरेटों के हाथ देश की संपदा लुटाई जाने की कवायद जारी है। इन हालातों में अखिल भारतीय स्तर पर सभी 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों, विभिन्न स्वतंत्र महासंघों और एसोसिएशनों न ने  18 अगस्त को निजीकरण विरोधी, सार्वजनिक क्षेत्र बचाओ दिवस  के तौर पर मनाने का आह्वान किया है। इस आव्हान पर कल पूरे प्रदेश में सभी संगठनों के कार्यकर्ता अपने कार्यस्थलों में।प्रदर्शन कर प्रधनमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे ।

कोरोना संकट के बहाने देशी विदेशी और दरबारी कॉर्पोरेटों के हाथों सार्वजनिक उद्योगो, यहाँ तक कि अत्यंत संवेदनशील रक्षा, परमाणु और अन्तरिक्ष अनुसंधान तक के निजीकरण का फैसला वापस लिया जाए। कोयले की खदानों और अन्य खनिज खदानों के निजीकरण का फैसला, रेल के निजीकरण, प्राइवेट रेल चलाने के निर्णय, एलआईसी के शेयर बेचने के लिए उसे बाजार में सूचीबद्ध करने, रक्षा उत्पादन में 100 प्रतिशत एफडीआई, उनके कॉर्पोरेटीकरण, बीपीसीएल को बेचने का फैसला वापस लिया जाए। बिजली वितरण का निजीकरण का फैसला विद्युत बिल 2020 वापस लिया जाए। हवाई अड्डो की नीलामी  और सभी सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण/ विनिवेशीकरण की मुहिमबंद  करने की मांग करेंगे ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here