रायपुर।अपने बस्तर प्रवास में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झीरम घाटी हत्याकांड मामले में एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि शहीदों को मारने वालों का नाम हम जानना चाहते हैं। उनकी गिरफ्तारी हो, लेकिन केंद्र सरकार अड़ंगा लगा रही है। एनआईए जांच नहीं कर रही है और न हमको करने दे रही है। मुख्यमंत्री बघेल बुधवार को जगदलपुर पहुंचे हैं। यहां लालबाग में झीरम शहीद स्मारक की आधारशिला रखी।
जगदलपुर में मुरिया दरबार में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने के निशाने पर भाजपा ही रही। उन्होंने कहा, भाजपा खामोश नहीं है। अंदर ही अंदर षड्यंत्र कर रही होगी। इसका पता भी आप लोग लगाइये। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, नगरनार का निजीकरण नहीं होना चाहिए। एनमएडीसी को प्लांट लगाने के लिए लोगों ने जमीन दी। निजीकरण रोकने के लिए अपने स्तर पर जो कार्यवाही होगी करेंगे।
बस्तर में जहां खाली शासकीय जमीन वहां लगेंगे छोटे प्लांट- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, हम नगरनार और टाटा जैसा बड़ा प्लांट नहीं लगाएंगे। बस्तर में छोटे-छोटे प्लांट लगेंगे, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा, दंतेवाड़ा में 500 एकड़ जमीन है। कोंडागांव में है और जहां सरकारी जमीन खाली है वहां उद्योग लगेंगे। वहीं बोधघाट प्रोजेक्ट को लेकर बोले कि बांध छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए बनेगा। दुनिया की सबसे बेहतर पुनर्वास नीति को स्वीकृति दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट से बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंडागांव, नारायणपुर के लोगों को लाभ मिलेगा। ऐसा नहीं होगा, जैसा मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी पर है। बांध मध्य प्रदेश में बना है और फायदा गुजरात के लोगों को हो रहा है। सीएम ने कहा, इंद्रावती नदी यहां से जाती है और लाभ पड़ोसी राज्य लेते हैं। उन्होंने नदी पर बांध बना लिया, लेकिन प्रदेश के लोगों को कोई फायदा नहीं मिला है।