नई दिल्ली। कृषि और विनिर्माण क्षेत्र में कमजोर प्रदर्शन के चलते वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में देश की आर्थिक वृध्दि दर धीमी हो गई है. यह पांच साल के न्यूनतम स्तर 5.8 फीसदी हो गई है. बता दें कि 2017-18 में यह 7.2 प्रतिशत थी.
आर्थिक मामलों के सचिव के अनुसार 2018-19 की चौथी तिमाही में जीडीपी वृध्दि में सुस्ती एनबीएफसी क्षेत्र में दबाव जैसे अस्थाई कारकों की वजह से आई. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भी वृध्दि दर धीमी रह सकती है.