रायपुर 15सितंबर 2019. रायपुर प्रेस क्लब में आज नान मामले में मुख्य आरोपी शिवशंकर भटट ने पूर्व की बीजेपी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.
उन्होंने बेबाकी से कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले और नान के चेयरमैन लीलाराम भोजवानी घोटाले के मास्टरमाइंड है. भट्ट ने कहा, मैंने राशन घोटाले को उजागर किया इसलिए नान घोटाले का ठीकरा मुझ पर फोड़ा गया. साढ़े चार साल तक जेल में रहा, इस वजह से सच्चाई सामने नहीं आ सकी. सच्चाई सामने आने के बाद भट्ट ने अपने जान को खतरा बताया है. विस्तार से सिलसिलेवार सारी बातों की जानकारी शिवशंकर भट्ट ने दी. करीब 32 मिनट की रिकार्डिंग इस सवाल जवाब का हमारे पास है जिसमे राजनैतिक रूप से ताकतवर लोगों पर गंभीर आर्थिक गड़बड़ियां करवाने के स्पष्ट आरोप हैं.
रायपुर के प्रेस क्लब में आज पत्रकारों से बात करते हुए भट्ट ने कहा कि मैंने नान में राशन कार्ड में हो रही गड़बड़ियों को उजागर किया था ,इसलिए उसे ढापने के लिए नान में छापा मारा गया.भट्ट ने दावा किया कि चुनावी खर्चे के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री डा0 रमन सिंह की प्लानिंग के अनुसार हजारों की संख्या में फर्जी राशन कार्ड बनवाए गए. उन्होंने कहा कि नान पर दस लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त उपार्जन का प्रेशर बनाया गया. राशन कार्ड की संख्या 51 लाख से बढ़ाकर 72 लाख कर दी गई. हम पर दबाव बनाया गया कि तुरंत चावल सप्लाई किया जाए. मुझे धमकी दी गई कि ऐसा नहीं करोगे तो नौकरी से निकाल दिए जाओगे.इस सवाल पर रमन सिंह ने उन्हें आदतन अपराधी कहा है, भट्ट ने कहा कि वे अपराधी नहीं हैं. बल्कि, जानबूझकर उन्हें नान के केस में फसाया गया. साढ़े चार साल तक जेल में रहे, इसलिए सच्चाई बाहर नहीं आ सकी. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का चार महीने तक ओएसडी रहा हूं. आदतन अपराधी कहने पर वे रमन सिंह के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे. भट्ट ने इस सवाल को खारिज किया कि किसी दवाब में उन्होंने शपथ पत्र दिया है. उन्होंने कहा कि मेरे उपर कोई दबाव नहीं है. मैं पूरी तरह सोच-समझकर शपथ पत्र दिया हूं. भट्ट ने घोटाले का ये राज अब उजागर होने के बाद अपनी जान को खतरा भी बताया.