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नई दिल्ली:- हैकर्स के लिए फेसबुक (Facebook ) हमेशा से आसान टारगेट रहा है। हैकर्स को इस पर न सिर्फ अपने ‘शिकार’ की पर्सनल जानकारी मिल जाती है, बल्कि इसके जरिए वायरस फैलाना भी काफी आसान है। हाल ही में एक नया ऐंड्रॉयड ट्रोजन होर्स वायरस सामने आया है, जो कि कुकीज (cookies) के जरिए फेसबुक अकाउंट्स की बेहद अहम जानकारी चुरा रहा है। इस वायरस का नाम CookieThief है जिसका पता साइबर सिक्यॉरिटी और ऐंटी-वायरस बनाने वाली कंपनी Kaspersky Labs ने लगाया है।

कुकीज के जरिए चुराता है जानकारी

जैसा कि इस वायरस के नाम से ही पता चलता है कि यह कुकीज के जरिए फेसबुक अकाउंट्स की जानकारी चुराता है। दरअसल कुकीज का मुख्य काम ऑनलाइन विज्ञापन का होता है। उदाहरण के तौर पर जब आप किसी प्रॉडक्ट को ऑनलाइन सर्च करते हैं और फिर उसी चीज का विज्ञापन किसी वेबसाइट पर देखते हैं तो यह कुकीज के कारण ही होता है।

क्या होती हैं कुकीज
कुकीज का काम यह भी है कि वह हमें पहचाने और हमें बिना यूजरनेम और पासवर्ड के अकाउंट से कनेक्ट करने की सुविधा दे। उदाहरण के लिए, अगर हम अपने ब्राउजर पर अपना फेसबुक टैब बंद कर देते हैं और हम फिर से फेसबुक ब्राउज करना चाहते हैं, तो हमें अपना पासवर्ड फिर से डालने के लिए नहीं कहा जाएगा।

अब तक 1,000 डिवाइस को बनाया शिकार
रिपोर्ट की मानें तो इस वायरस ने अब तक 1000 डिवाइस को अपना शिकार बना लिया है। यह वायरस ऐंड्रॉयड डिवाइस में छिपकर एक रूट फाइल इंस्टॉल कर देता है। वायरस का काम हमारे डिवाइस की कुकीज को चुराना है, खासकर फेसबुक कुकीज को। फेसबुक कुकीज के जरिए यह हमारे फेसुबक अकाउंट में लॉगिन करता है और इंफेक्टेड लिंक को फैलाने का काम करता है। सबसे खतरनाक बात तो यह है कि यह वायरस हमारे डिवाइस में किस तरह घुसता है इस बारे में अभी तक कुछ पता नहीं लग पाया है।

इस वायरस से ऐसे बचें
बेहतर यह होगा कि आप किसी अच्छे और ऑरिजनल ऐंटिवायरस और मैलवेयर रिमूवर से अपने सिस्टम को स्कैन करने के बाद ही कोई काम करें। यही काम आपको स्मार्टफोन या अन्य गैजेट्स के साथ भी करना होगा।

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