नई दिल्ली। महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को दो बड़े कदम उठाए। पहला उसने भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज के बाकी बचे दो मैचों को रद्द कर दिया और दूसरा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें एडिशन को 15 अप्रैल तक टालने का फैसला लिया।

आईपीएल की टीमों के मालिक भी उम्मीद कर रहे हैं कि अगर टूर्नमेंट 15 अप्रैल से शुरू होता है तो जिन राज्य सरकारों ने मैचों के लिए अनुमति देने से इनकार किया है, वे स्थिति सुधरने पर इनके लिए हरी झंडी दे दें। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘राज्य सरकार जरूरी हिस्सा हैं क्योंकि वे सुरक्षा (पुलिस) मुहैया कराती हैं। अगर दिल्ली, बेंगलुरु और महाराष्ट्र मैचों की मेजबानी के खिलाफ फैसला करती हैं तो कुछ तटस्थ स्थल तैयार होंगे।

अगर मैच दर्शकों के बिना कराए जाते हैं और खिलाडिय़ों के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक से फ्रैंचाइजी को काफी प्रायोजन राशि और गेट से मिलने वाली राशि का नुकसान होगा। स्टार स्पोर्ट्स ने प्रसारण अधिकारों के लिए पांच साल के लिए 16,347 करोड़ रुपये (प्रत्येक वर्ष करीब 5500 करोड़ रुपये) दिए थे और अगर आईपीएल के दिनों की संख्या कम होती है तो वह भी बीसीसीआई से इस पर फिर से चर्चा करना चाहेगा। एक आकलन के मुताबिक, आईपीएल के रद्द होने की स्थिति में बीसीसीआई को करीब 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा।

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