मुंबई। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी और उससे जुड़े सार्वजिनक प्रतिबंधाों के आर्थिक और से निपटने के लिये वित्तीय संस्थानों में करीब 3.74 लाख करोड़ रुपये के अतिक्त नकद धन के प्रवाह के इंतजाम किए गए हैं। इससे बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बढ़ेगी।रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समित ने पूर्व नियोजित बैठक से पहले शुक्रवार को नीतिगत ब्याज दरों में कटौती और बैंकों के पास कर्ज के लिए अतिरक्त धन उपलब्ध कराने के फैसले किए।
दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वित्तीय बाजार दबाव में है और बाजार में स्थिरता तथा आर्थिक वृद्धि को पटरी पर लाने के लिये आरबीआई को कदम उठाने की जरूरत थी। उन्होंने कहा कि नकदी बढ़ाने के उपायों के तहत आरबीआई बाजार में एक लाख करोड़ रुपये की नकदी डालने के लिये रेपो आधारित बांड की नीलामी करेगा। इसके अलावा उन्होंने सभी बैंकों के लिये नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में एक प्रतिशत कम कर 3 प्रतिशत किया गया गया है। यह 28 मार्च से एक साल के लिये प्रभाव में रहेगा।