99 फ़ीसदी सफल रहा टीकाकरण धमतरी में


धमतरी, मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान जिले में गत 06 अक्टूबर से 19 दिसंबर तक चलाया गया. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा 09 माह से 15 साल तक बच्चों, स्कूली, आंगनबाड़ी विद्यार्थियों को मीजल्स रूबेला टीकाकरण कर प्रमाण पत्र दिया गया. कार्यक्रम के तहत् जिले को मिले दो लाख 53 हजार 328 टीकाकरण के लक्ष्य के विरूद्ध दो लाख 52 हजार 423 बच्चों को टीकाकृत किया गया. इनमें धमतरी शहर में 31 हजार 714, गुजरा ब्लॉक में 53 हजार 987, कुरूद ब्लॉक में 65 हजार 521, मगरलोड ब्लॉक में 38 हजार 167 एवं नगरी ब्लॉक में 63 हजार 034 बच्चे सम्मिलित हैं.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे ने बताया कि खसरा एक संक्रामक और घातक रोग है, जो संक्रमित व्यक्ति के खासने, छींकने से फैलता है. सामान्यतः चेहरे पर गुलाबी चकत्ते, अधिक बुखार, खासी और आंखों का लाल हो जाना इत्यादि खसरे के लक्षण हैं, इससे बच्चों में विकलांगता अथवा मृत्यु भी हो सकती है. इस तरह रूबेला रोग नवजात शिशुओं के लिए गंभीर और घातक रोग होता है. यह रोग प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान रूबेला से संक्रमित माता से जन्में बच्चे में दीर्घकालिक जन्मजात विसंगतियों जैसे आंख (ग्लूकोमा, मोतियाबिंद, कान का बहरापन), मस्ष्कि (माइक्रोसिफेली, मानसिंक मंदता) तथा दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही गर्भवती स्त्री में गर्भपात, अकाल प्रसव एवं मृत प्रसव की संभावना बढ़ जाती है. इन सभी बीमारियों को एकमात्र टीका मीजल्स रूबेला से बचाया जा सकता है.

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