जम्मू:- कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में मारे गए सरपंच अजय पंडिता की बेटी ने अपने पिता की हत्या करने वालों को कायर करार दिया है। अजय पंडिता की बेटी शीन ने कहा है कि जिन लोगों ने उनके पिता को गोली मारी वो बुजदिल थे और वो जानते थे कि अजय पंडिता भारती को ऐसे मारा नहीं जा सकता।
इससे पहले शीन ने अपने पिता के हत्यारों से बदला लेने की बात कहते हुए कहा था कि जिन लोगों ने उनके पिता की हत्या की है उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। शीन ने एक निजी चैनल के बात करते हुए ये भी कहा कि जिस रोज मेरे पिता का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटकर गया, उसी दिन मैंने सोच लिया था कि अब मैं नहीं रोने वाली।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए शीन ने कहा कि उनके पिता एक देशभक्त थे। जिन लोगों ने उन्हें पीछे से गोली मारी वो बुजदिल लोग थे। उन्हें पता था कि ऐसे नहीं हो पाएगा अजय भारती को कुछ, हमें छिप के वार करना होगा। बता दें कि अजय पंडिता को 8 जून के दिन उनके घर के पास आतंकियों ने गोली मार दी थी। इस घटना के बाद अजय को अस्पताल ले जाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
#WATCH: "They shot my father at the back… they are cowards," says Niyanta Pandita, daughter of Ajay Pandita, the Congress Sarpanch who was shot dead by terrorists in Anantnag on June 8. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/eDBsMFz0u1
— ANI (@ANI) June 11, 2020
‘ना मेरे पिता किसी से डरे, ना मैं किसी से डरती हूं’
पिता की मृत्यु के बाद बुधवार को मीडिया से बात करते हुए शीन ने कहा था कि ना तो उनके पिता किसी से डरे, ना ही वह किसी से डरती हैं। अजय पंडित की बेटी ने जोर देकर कहा है कि हम कश्मीर वापस जरूर जाएंगे। अजय पंडित ने अपने लिए सुरक्षा की मांग की थी। इसपर उनकी बेटी ने कहा, ‘कोई इंसान तभी सुरक्षा मांगता है, जब उसे खतरा हो। जब वह सरपंच चुने गए तब तो सरकार की जिम्मेदारी थी, सुरक्षा देने की। देश के लिए काम करने वालों का भी ध्यान नहीं रखा जाता। अगर आज पापा का बदला नहीं लिया गया तो क्या असर पड़ेगा देशपर? उन्होंने अपने नाम के आगे ‘भारती’ लगा दिया, इतना प्यार करते थे वह अपने देश से। वह कोई सैनिक नहीं थे लेकिन वह देश के लिए जीते थे।’
अजय पंडित की बेटी ने कहा- देश कब करेगा पापा की सेवा
उनकी बेटी ने आगे कहा, ‘मेरे पापा ने सिर्फ अपने गांव से नहीं बल्कि पूरे इंडिया से प्यार किया। जैसे उनके कर्म थे, वह बहुत आगे जाते। वह कभी अपने काम से पीछे नहीं हटते। वह देश की सेवा कर रहे थे, देश उनकी सेवा कब करेगा? मैं मानती हूं आर्मी वाले और पुलिस वाले भी यही करते हैं, मेरे पापा ने भी बहुत कुछ किया। उन्होंने बहुत प्लानिंग की थी कि देश के लिए बहुत कुछ करना है। उन्हें इसीलिए मारा गया कि वह एक कश्मीर पंडित थे।’