धमतरी। कोविड-19 संक्रमण के बाद पूरे भारत में मजदूरों की स्थिति कुछ ठीक नहीं चल रही है हर दिन ऐसे हादसे होते हैं जिनमें मजदूरों की जान चली जा रही है कुछ ऐसे ही छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से एक दर्दनाक खबर प्रकाश में आई है। जिला मुख्यालय धमतरी से 12 किलोमीटर दूर मथुराडीह में ईंट भठ्ठे में दो मजदूरों की जिंदा जल कर मर जाने से इलाके में सन्नाटा पसर गया। मिली जानकारी के अनुसार गांव के बाहर ही ईंटभट्ठा में ईंट पकाने के लिए आग लगाई थी कल शाम बारिश होने से ईंट भठ्ठे को ढंकने दोनों मजदुर गए थे। आशंका जताई जा रही है कि ईट भटठे पर चढ़कर तिरपाल ढंकने दौरान धुआं उठने से वे बेहोश हो गए होंगे और भठ्ठे में गिर गए होंगे।

उनके न लौटने पर सुबह जब परिवार वाले ढूंढते हुए पहुंचे तब तक दोनों की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि दोनों मजदूर नशे की हालत में ईट भट्ठा की ओर गए थे। बारिश से बचाने त्रिपाल ढकने गए थे मजदूर आए चपेट में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतकों में रघुनाथ गोड़ निवासी तेन्दुकोना और दिलीप चक्रधारी निवासी मथुराडीह ईट भट्टे में काम करते थे। कच्चे ईंट को पकाने के लिये भ_ा में आग लगाई गई थी। रात में बारिश होने पर ईट भट्टे की आग बुझ जाने का खतरे को देखते हुवे वहां काम करने वाले दोनों मजदूर बारिश से ईंट भठ्ठे को बचाने के लिए तिरपाल ढकने गए थे। इसी दौरान ईट भट्ठा में हादसा हो गया।

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