सीतामढ़ी:- भारत-नेपाल बॉर्डर के पास नेपाल सशस्त्र पुलिस की शुक्रवार सुबह की गई फायरिंग के मामले में लगातार खुलासे हो रहे हैं। इस मामले के चश्मदीद लगन किशोर को नेपाल पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था। लेकिन बाद में बढ़ते दबाव के बाद लगन को आज रिहा किया गया। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि एक बेहद मामूली सी बात पर नेपाल पुलिस ने अपनी बंदूक का मुंह भारतीय नागरिकों की तरफ खोल दिया। ये हम नहीं कह रहे बल्कि ये उस गवाह की आंखों देखी है जो 12 घंटे से ज्यादा समय तक नेपाल पुलिस की हिरासत में रहा।

इंडो-नेपाल बॉर्डर पर 12 जून की आंखों-देखी
12 जून की सुबह 8 बजे की घटना के बाद सीतामढ़ी के रहनेवाले लगन किशोर को नेपाल पुलिस उठाकर अपने साथ संग्रामपुर ले गई थी। शनिवार को लगन को नेपाल पुलिस ने रिहा किया। लगन ने यहां तक दावा किया है कि उन्हें नेपाल पुलिस ने बिहार की सीमा में अंदर घुसकर उठाया और संग्रामपुर ले जाकर ये बुलवाने की कोशिश की कि उन्हें नेपाल सीमा से उठाया गया है। रिहाई के बाद अब लगन सारी बातें तफ्सील से बता रहे हैं।

लगन के मुताबिक उनके बेटे की शादी नेपाल में हुई है। नेपाल से उनकी बहू और समधन 12 जून को परिवार के साथ सीतामढ़ी में अपने परिवार वालों से मिलने के लिए आईं थीं। लेकिन उन्हें बॉर्डर पर नेपाल पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान लगन का बेटा भी वहां मौजूद था। वहां मौजूद नेपाल पुलिस ने उनके बेटे को इसी बात पर डंडों से पीटा। तब तक लगन भी वहां पहुंच गए। उन्होंने जब नेपाल पुलिस से इसकी वजह पूछी तो उन्हें भी बदसलूकी का सामना करना पड़ा। आप ये बयान हमारी खबर के इस वीडियो में खुद देख और सुन सकते हैं।

लगन का दावा है कि इसके बाद बॉर्डर पर मौजूद नेपाल पुलिस के अफसर ने 10 जवानों को मौके पर बुलाया। इन्हीं 10 जवानों ने बॉर्डर पार से सीतामढ़ी में फायरिंग की जिसमें विकेश कुमार नाम के एक युवक की मौत तक हो गई। लगन के इस बयान से नेपाल पुलिस के उस दावे पर सवाल उठ गए हैं जिसमें भारतीयों पर तस्करी का आरोप लगाया गया है। लगन के दावे को मानें तो ऐसा लगता है कि नेपाल पुलिस ने जानबूझकर और बगैर किसी वजह के फायरिंग की। एक तरफ नेपाल से भारत में रोटी-बेटी के रिश्ते की दुहाई दी जाती है। लेकिन इस घटना के बाद ऐसी दुहाइयां भी सवालों के घेरे में है। हालांकि अभी तक लगन के खुलासे पर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है।

क्या कहना है भारत के अफसरों का
नेपाल सीमा पर हुई फायरिंग मामले में सशस्त्र सीमा बल फ्रंटियर हेडक्वार्टर (पटना) के आईजी संजय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि इसमें 25 वर्षीय एक युवक की मौत हुई है, जबकि दो अन्य लोग गोली लगने से घायल हुए हैं। घायल उमेश राम और उदय ठाकुर को इलाज के लिए सीतामढ़ी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि फायरिंग की घटना नेपाल इलाके में हुई है। घटना के मद्देनजर बॉर्डर इलाके में भारतीय जवानों की गश्त तेज कर दी गई। सीतामढ़ी के एसपी अनिल कुमार ने भी नवभारत टाइम्स से खास बातचीत में बताया कि ग्रामीणों और नेपाल सशस्त्र पुलिस के बीच में झड़प हो गई। जिसमें नेपाल पुलिस की तरफ से फायरिंग की गई।

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