रायपुर । भारत-चीन के सीमा विवाद ने सोशल मीडिया पर नयी बहस को जन्म दिया है। जबसे ये ख़बर आई है कि 20 भारतीय जवान शहीद हुए हैं, सोशल मीडिया पर चीनी सैनिकों की मौत के आंकड़े के बारे में तुक्केबाज़ी शुरू हो गयी है। चीन ने अभी तक कोई भी आंकड़ा जारी नहीं किया है। भारत में अफ़वाह 5 चीनी सैनिकों की मौत से शुरू हुई और फ़िलहाल 56 पर पहुंच गयी है। फेक न्यूज़ फैलाने वालों ने इसको भी जमकर शेयर करना शुरू दिया। इसको लेकर बूमलाइव और आल्ट न्यूज़ ने फैक्ट चेक किया तो पता चला कि फेक न्यूज़ फैलाने वालों ने विकीपीडिया से नाम उठाकर गलवान में मारे गए कथित 56 चीनी सैनिकों की लिस्ट बनाकर शेयर कर दी।

कई नवजात चीनी ट्विटर अकाउंट्स ने गलवान में मरने वाले चीनी सैनिकों के नामों की लिस्ट जारी करनी शुरू की है जो कि नकली हैं।
New Line IFE नाम के ट्विटर अकाउंट ने भी ऐसी ही एक लिस्ट शेयर की और बाद में ट्वीट डिलीट कर दिया।

न्यू लाइन IFE चीनी सैनिकों की मौतों के इर्द-गिर्द अफवाह फैलाने वाले प्रमुख ट्विटर अकाउंट्स में से एक उभर कर सामने आया है। ये हैंडल सबसे पहले नज़र में आया जब एक ग्लोबल टाइम्स ने रिपोर्टर के ट्वीट के आधार पर भारतीय पत्रकारों ने 5 चीनी सैनिकों की मौत की बात कहनी शुरू कर दी। चीनी रिपोर्टर का सोर्स न्यूज़ लाइन IFE ही था। उसने बाद में अपना ट्वीट हटा लिया और ग्लोबल टाइम्स को ये कहना पड़ा कि उन्होंने आधिकारिक रूप से कोई आंकड़ा सामने नहीं रखा था। न्यूज़ लाइन IFE ने ये भी झूठा दावा किया कि 43 चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों के हाथों मारे गए हैं, ये संख्या पहले 30 बतायी गयी थी।

इन 56 वायरल नामों में कुछ नामों को गूगल सर्च करने पर हम एक विकीपीडिया पेज पर पहुंचे जिसका टाइटल है – ‘List of generals of the People’s Republic of China’. इसी पेज से ये सारे नाम, इसी क्रम में उठाये गए हैं।
इस ख़बर का इससे पहले बूमलाइव ने भी फ़ैक्ट चेक किया था। यानी ये पक्के तौर पर कहा जा सकता है कि गलवान वैली में कथित तौर पर मारे गए चीनी सैनिकों की लिस्ट विकीपीडिया पेज पर मौजूद जनरलों की लिस्ट से उठायी गयी है।

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