कोरबा। दर्री के सिंचाई कालोनी में आज सुबह एक नवविवाहिता ने खुद को कमरे में बंद कर आग लगा ली। बाद में उसकी चीख सुनकर घर के लोग हरकत में आए। दरवाजा तोडक़र उसे गंभीर स्थिति में बाहर निकाला गया। पुलिस को सूचना देकर पीड़िता को जिला अस्पताल भिजवाया गया। कुछ ही देर के बाद उसकी मौत हो गई।
20 वर्षीय सुनीता यादव मूलत: जांजगीर-चांपा जिले की रहने वाली थी। फरवरी 2019 में उसका विवाह नरेश यादव से हुआ था। वह रोजी-मजदूरी के काम से जुड़ा है। उसका परिवार सिंचाई कालोनी दर्री में निवासरत है। परिवार में नरेश की माता और भाई-बहन हैं। विवाह के बाद ससुराल में सब कुछ ठीकठाक चल रहा था। घर के अधिकांश काम सुनीता किया करती थी।
आज सुबह उसकी सास ने बर्तन साफ किये। इसके बाद चाय बनाने के बारे में जानकारी ली। बहू ने यह काम करने की बात कही। कुछ देर बाद वह अपने कमरे में चली गई और खुद को भीतर से बंद कर लिया। इसके कुछ समय बाद वहां से चीख सुनाई दी। दरवाजा तोड़कर परिजन कमरे के भीतर घुसे। परिजनों ने वहां का हाल देखा तो वे स ते में आ गए। आनन-फानन में आग में लिपटी सुनीता को बचाकर बाहर निकाला गया। स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। टीआई राकेश मिश्रा और कर्मियों ने यहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। ए बुलेंस के जरिए सुनीता को जिला अस्पताल भिजवाने के साथ प्रशासन के अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया गया ताकि उसका कथन लिया जा सके। कोरबा के जिला अस्पताल पहुंचने और वहां उपचार की प्रक्रिया शुरू किये जाने के साथ ही उसकी मौत हो गई। नवविवाहिता की मौत के बारे में उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके यहां पहुंचने और बयान लेने के बाद इस मामले में मृतका का पोस्टमार्टम कराया जा सकेगा।
सास ने कहा कारण की नही है जानकारी
मृतका सुनीता की सास इस घटनाक्रम से दुखी नजर आई। उसने बताया कि बहू ने यह सब क्यों किया इस बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। घर के अधिकांश काम उसकी बहू खुद करती थी और विवाह के बाद से अब तक किसी प्रकार का तनाव जैसा कुछ नजर नहीं आया। आज की घटना के बारे में उसे बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है।