कोविड-19 के बढ़ते मामले टेंशन जरूर दे रहे हैं मगर कुछ आंकड़े ऐसे हैं जो राहत भरे भविष्‍य की तरफ इशारा करते है। कई राज्‍यों ने संक्रमण रोकने के लिए अलग-अलग तरीके से फिर लॉकडाउन लगाया है। टेस्टिंग को लेकर भारत ने पिछले दो महीने में काफी तेजी से काम किया है और उसी का नतीजा है कि संक्रमण के इतने केसेज देखने को मिल रहे हैं। भारत में कोविड-19 का पॉजिटिविटी रेट (Covid positivity rate India) 7.44 है जो कि मई के पहले हफ्ते में 4.14 हुआ करता था। इसका मतलब यह है कि जितने लोगों का टेस्‍ट हो रहा है, उसमें से ज्‍यादा लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। भारत ने जिस दिन नौ लाख केसेज का आंकड़ा पार किया है, उस दिन नौ ऐसे संकेत मिले हैं जो सकरात्‍मक हैं।
खुशखबरी 1: रिकवरी रेट अब 63% से ज्‍यादा
भारत में टोटल कोरोना केसेज 9,06,752 हैं जिसमें से 5,71,460 ठीक हो चुके हैं। इससे देश में कोविड-19 मरीजों का रिकवरी रेट बेहतर होकर 63.02% हो गया है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अनुसार, रिकवरी और मौतों का अनुपात अब 96.01%:3.99% है।

खुशखबरी 2: 19 राज्‍यों में रिकवरी नैशनल एवरेज से बेहतर
देश में 63.02% रिकवर हुए हैं मगर 19 राज्‍य/केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं जो नैशनल एवरेज से भी बेहतर परफॉर्म कर रहे हैं। लद्दाख, दिल्‍ली, उत्‍तराखंड, छत्‍तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में रिकवरी रेट 75 प्रतिशत से ज्‍यादा है।

खुशखबरी 3: डेथ रेट में लगातार आ रही गिरावट
भारत में कोरोना पॉजिटिव केसेज के मुकाबले मृत्‍यु-दर लगातार कम हो रही है। डेथ-रेट या केस फैटलिटी रेश‍ियो मई की शुरुआत में 3.28 प्रतिशत था। इसमें लगातार कमी आई है और फिलहाल यह 3.28 प्रतिशत पर है। इसका सीधा सा मतलब यह है कि हम कोरोना से होने वाली मौतों को कम करने में सफल हो रहे हैं।

खुशखबरी 4: 30 से ज्‍यादा राज्‍यों का फैटलिटी रेट कम
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक, देश में फैटलिटी रेट 2.64 प्रतिशत है। जबकि 30 राज्‍य और केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं जहां यह दर नैशनल एवरेज से भी कम है।

खुशखबरी 5: Covaxin का ह्यूमन ट्रायल शुरू
ICMR-भारत बायोटेक ने मिलकर कोरोना की जो वैक्‍सीन बनाई है, उसके ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल का पहला फेज शुरू हो गया है। वालंटियर्स की सेफ्टी स्‍क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद उन्‍हें वैक्‍सीन के छोटे-छोटे डोज दिए जाएंगे। ICMR ने वालंटियर्स पर ऐंटीबॉडी टेस्‍ट करने का प्रोटोकॉल भी जोड़ा है। पहले फेज के ट्रायल में करीब 1,500 वालंटियर्स को वैक्‍सीन दी जाएगी।

खुशखबरी 6: भारत में नहीं है कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन
भारत सरकार ने नौ लाख कोरोना केस होने के बावजूद, कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन से इनकार किया है। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक, “भारत जैसे देश में, हमारे पास जो डेटा है, जो प्रोसेस हमने फॉलो किए हैं, हमने हर बार इस सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश की तो यही पता चला कि कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है। कुछ इलाके ऐसे हैं जहां लोकलाइज्‍ड ट्रांसमिशन हो सकता है जैसे धारावी में हुआ।”

खुशखबरी 7: 1.20 करोड़ सैंपल्‍स का टेस्‍ट पूरा
भारत ने कुल हजार टेस्‍ट से शुरुआत कर एक दिन में लाखों टेस्‍ट करना शुरू कर दिया है। जून और अब जुलाई में टेस्‍ट की संख्‍या लगातार बढ़ रही है। सोमवार को ही 28 लाख से ज्‍यादा सैंपल जांचे गए। रैपिड ऐंटीजेन टेस्‍ट किट के इस्‍तेमाल से टेस्‍ट की संख्‍या काफी तेजी से बढ़ी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक, 13 जुलाई तक 1,20,92,503 सैंपल्स टेस्ट हो चुके हैं।

खुशखबरी 8: कोरोना संक्रमण कुछ राज्‍यों तक सिमटा
देश में नए केसेज के आंकड़े देखें तो जिन 10 राज्‍यों में सबसे ज्‍यादा केस हैं, उनमें से आठ ऐसे हैं जहां रोज 1,000 से ज्‍यादा केसेज आ रहे हैं। गुजरात और राजस्‍थान की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है। इसके अलावा बाकी के राज्‍य और केंद्रशासित प्रदशों में तुलनात्‍मकर रूप से स्थितियां सुधर रही हैं।

खुशखबरी 9: कारगर साबित हो रहा होम आइसोलेशन
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक, होम आइसोलेशन केयर के लिए जो नियम-कायदे बनाए गए, साथ ही ऑक्‍सीमीटर दिया गया, उससे एसिम्‍प्‍टोमेटिक और माइल्‍ड लक्षणों वाले केसेज की निगरानी में काफी मदद मिल रही है। इसे हॉस्पिटल इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर पर दबाव भी नहीं पड़ रहा।

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