कोरबा /पेंड्रा। जिले के लैंगी के क्वारेंटाइन सेंटर में सर्पदंश से एक प्रवासी मज़दूर की मौत हो गईं। जानकारी मिलने पर पीडि़त को तत्काल पेंड्रा के सरकारी अस्पताल भेजा गया। जहर के असर से आखिरकार उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग डायरी आने पर आगे की कार्यवाही करने की बात कही।
जिला मुख्यालय से 96 किलोमीटर दूर विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा और पसान थाना के अंतर्गत आने वाले लैंगी गांव के क्वारेंटाइन सेंटर में बीती रात 12 बजे यह घटना हुई। जिसमें 25 वर्षीय धन सिंह की जान चली गई। यह व्यक्ति लैंगी का ही निवासी था। कामकाज के लिए कुछ महीने पहले उत्तरप्रदेश के झांसी गया हुआ था। उसके साथ कुछ और लोग वहां मौजूद थे। कोविड संक्रमण के बाद उपजी परिस्थितियों में प्रवासियों को काफी समय वहां बिताना पड़ा। सरकार के द्वारा दी गई व्यवस्था के अंतर्गत ऐसे लोगों की वापसी हुई।
धन सिंह सहित पांच लोग एक जुलाई को झांसी से यहां लौटे थे। उन्हें लैंगी के सरकारी स्कूल में कोविड प्रोटोकॉल के तहत क्वारेंटाइन किया गया था। पसान टीआई राणा ने बताया कि चूंकि जंगल की संरचना घने जंगल के करीब है और वहां जीव-जंतुओं का भय हर समय बना रहता है। इसलिए ऐसे पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षात्मक बिंदुओं पर गंभीरता दिखाई गई। क्वारंटाइन किये गए लोगों को बेंच उपलब्ध कराई गई थी।
बीती रात दो लोग ही बेंच में सोए थे और तीन लोग फर्श पर दरी बिछाकर सो रहे थे। रात 12 बजे यहां एक जहरीला सर्प घुस आया जिसने धन सिंह को निशाना बनाया। गनीमत रही कि दूसरे लोग उसका शिकार नहीं बने। जहरीले जंतु के काटने से धन सिंह की नींद टूटी। उसने आवाज देकर अपने साथियों को जानकारी दी। हरकत में आए क्वारेंटाइन प्रभारी के द्वारा पुलिस को सूचित किया गया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 12.20 बजे एम्बुलेंस के जरिए पीडि़त को पेंड्रा के सरकारी अस्पताल के लिए रवाना कर दिया गया। वहां उसे एंटी स्नैक वेनम दिए गए। लेकिन इससे पहले सर्प का जहर शरीर में काम कर चुका था। इन कारणों से उसकी मौत हो गई।
मृतक के परिजनों को इस बारे में सूचना दे दी गई है।

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