रायपुर, वरिष्ठ भाजपा नेता तथा पूर्व सांसद रहे नंदकुमार साय जो कुछ महीने पहले भाजपा से त्यागपत्र दे कर कांग्रेस में शामिल हुए थे आज कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने का पत्र जारी कर दिया।
संयुक्त मध्यप्रदेश में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रह चुके वरिष्ठ आदिवासी नेता और 8 माह पहले ही भाजपा छोड़ कर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले नंद कुमार साय ने कांग्रेस को भी अलविदा कह दिया है। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने की वजह से वे दुखी थे, हालांकि इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी।
माना जा रहा है कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन और कांग्रेस पार्टी में उपेक्षा के चलते साय ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री बनने पर नंद कुमार से उनसे मिले देर रात ‘पहुना’ में गए थे, तब से यह कयास लगाया जा रहा था कि साय कांग्रेस पार्टी छोड़ सकते हैं। फिलहाल उनका अगला कदम क्या होगा, इस पर सभी की नजरें टिक गई है।
वे सांसद, और कई बार के विधायक रहे हैं। उन्हें मोदी सरकार ने अनुसूचित जनजाति आयोग का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था। उन्होंने अध्यक्ष दीपक बैज को प्रेषित अपने इस्तीफे में लिखा है कि “मेरे सामने यथाकिंचित जो परिस्थितियां उत्पन्न हुई हैं, उसे देखकर मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रहा हूं।” प्रदेश के आदिवासी समुदाय से आने वाले नंदकुमार साय कुछ दिनों पूर्व नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मिलने तथा बधाई देने पहुँचे थे।