कांकेर . शहर से मात्र 08 किमी दूर आतुरगांव के जंगलों में ग्रामीणों द्वारा गोवंश को काटकर उसका मांस पकाए जाने की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंच कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया . वहीं 20 से अधिक आरोपी मौके से फरार बताये जा रहे हैं. बजरंगदल के कार्यकर्ताओं की सूचना पर पुलिस हरकत में आई और मौके से मृत पशु के अवशेषों को बरामद कर आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई है . पूरे मामले की जांच के बाद ही इस गिरोह के करतूतों का पर्दाफाश हो सकेगा . पुलिस द्वारा पकडे गए ग्रामीणों से बैल या गाय किसकी हत्या की गयी ये पूछताछ जारी थी . पुलिस अधीक्षक श्री ध्रुव ने अंचल के आदिवासियों द्वारा पीढ़ी दर पीढ़ी गोवंश के मांस का सेवन करने की परंपरा का जिक्र करते हुए वर्तमान में कानून के मुताबिक कार्रवाही करने का जिक्र करते हुए बताया कि बजरंगदल के कार्यकर्ताओ ने मृत गोवंश के अवशेषों को विधिवत पूजा अर्चना कर उन्हें दफन कर दिया. बताया जाता है कि किसी झोला छाप डॉक्टर के कहने पर बैल के खून को दवा के रूप में लेने के लिए ये व्यवस्था की गयी है.