हसदेव के जंगल- जमीन-जल स्रोत और पर्यावरण बचाने व अडानी की कारपोरेट लूट के खिलाफ आंदोलन कर रहे तारा ग्राम सूरजपुर के ग्रामीण

सूरजपुर 14 अक्टूबर 19 ( इंडिया न्यूज रूम)    हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले कोल खनन परियोजना के विरोध में ग्रामीणों ने आज से सूरजपुर जिले के ग्राम तारा में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया. छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के आलोका शुक्ल ने बताया कि अडानी की परसा कोल खनन परियोजना के लिए नियमविरुद्ध ग्रामसभा की सहमति के बिना ही भूमि अधिग्रहण किया गया हैं और वन स्वीकृति भी फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव बनाकर हासिल की गई.

  1. धरना कर रहे ग्रामीणों की Iप्रमुख मांगे इस प्रकार हैं

पेसा कानून 1996 एवं भूमि अधिग्रहण कानून 2013 की धारा (41) के तहत ग्रामसभा सहमती लिए बिना परसा कोल ब्लॉक हेतु किये गए जमीन अधिग्रहण को निरस्त किया जाए .
वनाधिकार मान्यता कानून 2006 के तहत ग्रामसभा की सहमती पूर्व एवं वनाधिकारों की मान्यता की प्रक्रिया ख़त्म किया बिना दी गई वन स्वीकृति को निरस्त किया जाए .
हसदेव अरण्य क्षेत्र में परसा, पतुरिया गिदमुड़ी, मदनपुर साऊथ कोल खनन परियोजनाओ को निरस्त किये जाए एवं परसा ईस्ट केते बासन के विस्तार पर रोक लगाई जाए .


हसदेव अरण्य के जंगल से जुडी आदिवासी एवं अन्य ग्रामीण समुदाय की आजीविका व संस्कृति वन क्षेत्र में उपलब्ध जैव विविधता, हसदेव नदी एवं बांगो बांध के केचमेंट, हाथियों का रहवास क्षेत्र एवं छत्तीसगढ़ व दुनिया के पर्यावरण महत्वता के कारण इस सम्पूर्ण क्षेत्र को खनन से मुक्त रखते हुए किसी भी नए कोल ब्लाकों का आवंटन नही किया जाए .
वनाधिकार मान्यता कानून के तहत व्यक्तिगत और सामुदायिक वन संसाधन के अधिकारों को मान्यता देकर वनों का प्रवंधन ग्रामसभाओं को सोंपा जाए .

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