गरियाबंद 27 दिसंबर 2019 (इंडिया न्यूज रूम) जिले के सुदूर इलाको में धान खरीदी की अव्यवस्था के कारण किसान परेशान है और दुखी किसान अपना कामकाज छोड़ कर सड़क पर उतर आये है,देवभोग उरमाल गोहरापदर इलाके की ये तस्वीरें है जिनमे बारदाना यानी धान खरीदने के लिए बोरियां नहीं होने के कारण पिछले 7 दिनों से धान खरीदी बंद है.धान के लिए घर घर की तलाशी लेने के प्रशासनिक आतंकवाद की भी शिकायते किसानो द्वारा की जा रही थी,भाजपा के नेताओं द्वारा इस स्थिति में किसानो की परेशानियों को उठाया जा रहा है.
किसानो के मुताबिक़ इसके अलावा खरीदी शुरू होने के बाद पता चला कि फील्ड पर जा कर धान की बाई का रकबा सही सही दर्ज करने की बजाय कम करके दर्ज किया गया जिससे किसानो को धान बेचने में परेशानी का सामना करना पद रहा है जिसने 10 एकड़ पर फसल बोई है उसके धान की खेती का रकबा केवल 3 एकड़ दर्ज किया गया है जिसके कारण धान की बेहद कम मात्रा लिया जा रहा है. इसी तरह की कई परेशानियों के कारण क्षेत्र के किसान आज सड़क पर चक्काजाम करने उतर आये थे.
इसी प्रकार तिल्दा के इलाके के कई धान खरीदी केन्द्रों में खरीदी प्रभारियो द्वारा अनावश्यक रूप से किसानो को परेशान करने की शिकायते है. अच्छी क्वालिटी के धान को भी वापस किये जाने की शिकायत करते हुए किसान चोवा बताते है कि दास दिन से चक्कर लगाने के बाद भी धान नहीं लिया गया जबकि पर्ची की तारीख में संपर्क करके धान पहुंचा दिया गया था जिसे वापस करवा दिया गया , ट्रेक्टर का भाडा और दूसरे के घर में भण्डारण करने का किराया अलग से देना पड़ रहा है.
महासमुंद जिले में भी किसानो का पंजीयन पटवारी की गलती से नहीं होने के कारण कुछ किसानो का धान नहीं लिए जाने की शिकायते मिली है जबकि इस तरह की गलतियों को तहसीलदार द्वारा भी सुधार किया जा सकता था. किन्तु किसानो को फसल बेचने के लिए अनावश्यक रूप से परेशान होना पड़ रहा है . कि सा न को के सी सी के कर्ज का 114000 रु भी चुका ना है .
कोडागांव से लगे सीमावर्ती इलाके में धान खरीदी में टालमटोल
आज अमरावती में धान खरीदी पर रोक लगाया गया. टोकन कटाने के बाद किसानो को आज का समय दिया गया था इसके बावजूद बिना खरीदी किये किसानों को वापिस घर भेज दिया गया जिससे किसानों को अनावश्यक रूप से ट्रेक्टर किराया का भुगतान करना पड़ेगा तथा फिर अगली बुलाई गयी तारीख में धान ट्रेक्टर में लाद कर लाना पड़ेगा.
क्योकि उनके द्वारा किराया के टेक्टर से धान को लाया गया था और वापिस भेजने को कहा गया जिससे किसानों का बहुत ही नुकसान हुआ और लगभग 30 किसानों को धान सहित वापिस भेजा गया. अखिल भारतीय नवजवान सभा के सदस्यों ने किसानों की इस समस्या को देखते हुए सोमवार को धरना प्रदर्शन के लिए ऐलान किया है, बैठक की गयी जिसमे जयप्रकाश नेताम अनंतराम सेठिया धनुरजय नेताम लक्मन महावीर जयलाल पोयम विजय नेताम मोहन बघेल एवं अन्य कई ग्रामीण उपस्थित थे और किसानों के साथ देने के लिए बैठक इत्यादि के द्वारा आन्दोलन करने की तैयारी की जा रही है.