रायपुर/कवर्धा। बिरकोना इलाके के किसानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु मांगी है। वे कलेक्टोरेट परिसर के सामने धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि धान न बिक पाने की वजह से वे परेशान हैं, विरोध जताने के बाद भी जिला प्रशासन का कोई अधिकारी उन तक उनकी बात सुनने नहीं आया, ऐसे में सरकार उन्हें इच्छा मृत्यु की इजाज़त दे। इधर धान खरीदी की सीमा बढ़ाने और किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा ने पूरे प्रदेश में प्रदर्शन िकया। कहा- भूपेश सरकार किसानों से मजाक कर रही है। इस वजह से पहली बार प्रदेश का किसान सड़क पर खड़ा है।

कवर्धा में प्रदर्शन कर रहे किसानों की दलील है कि धान न बिकने की वजह से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो रहा है। दरअसल सरकारी धान खरीदी 20 फरवरी को बंद हुई, इससे करीब 10 से 15 दिन पहले ही किसानों से धान किसी न किसी कारण से खरीदना बंद कर दिया गया था। अब जिला प्रशासन के अधिकारी किसी न किसी तरह से किसानों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। गुरूवार को किसानों ने कलेक्टर को भी उनके दफ्तर से निकलने नहीं दिया था। अब किसानों की रात कलेक्टारेट के सामने ही बीत रही है। कवर्धा के पंडरिया से कांग्रेस की विधायक ममता चंद्राकर ने 14 फरवरी को जिला प्रशासन को खत लिखकर धान खरीदी के लिए पर्याप्त बंदोबस्त करने को कहा था। इसे खत में विधायक ने भी किसानों द्वारा भविष्य कानून व्यवस्था बिगाड़ने का अंदेशा जताया था। अब गुजरते वक्त के साथ विरोध प्रदर्शन में किसानों और विपक्षी नेताओं की भीड़ बढ़ रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेता भी लगभग सभी जिलों में इसी मुद्दे पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

भाजपा बोली- किसानों से खिलवाड़ कर रही भूपेश सरकार
धान खरीदी की समय सीमा बढ़ाने और किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को रायपुर के राजीव गांधी चौक पर धरना-प्रदर्शन किया। एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन में रायपुर सांसद सुनील सोनी, जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी, सच्चिदानंद उपासने सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

रायपुर लोकसभा सांसद सुनील सोनी ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में और जिला मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी एक दिवसीय धरना दे रही है। भूपेश सरकार जिस प्रकार किसानों के साथ मजाक कर रही है, और आज छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार किसान सड़क पर खड़ा है, अपना धान जला रहे हैं। जिस बात को कह कर भूपेश बघेल सरकार में आये इतना बहुमत प्राप्त किए आज उन्हीं को अहंकार हो गया है।

उन्होंने कहा कि हम जब पहले 1 एकड़ में 15 क्विंटल खरीदते थे, तो भूपेश बघेल कहते थे यह किसानों के साथ मजाक है, हम एक-एक दाना खरीदेंगे। और आज फर्जी टोकन बांटकर बेवकूफ बना रहे हैं। अगर मुआवजा देना है तो तहसीलदार को कहें, वो मौके पर जाकर निरीक्षण करेगा और तय करेगा किसको कितना मुआवजा देना है। उसमें कमेटी की क्या जरूरत है. कुल मिलाकर सरकार किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। और जब तक किसानों को न्याय नही मिल जाएगा हमारी आवाज़ ऐसे ही बुलंद रहेगी। हमारी मांग किसानों के धान खरीदी की सीमा बढ़ाने और उन्हें मुआवजा देने की है।

कांकेर में आपस में भिड़े भाजपाई
कांकेर। जिले के केशकाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे हुए है। शहर के पुराने बस स्टैंड में धरने के दौरान भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आपस में बहस करते हुए भिड़ गए और जमकर गाली-गलौज करने लगे। कुछ कार्यकर्ताओं ने रोकने की कोशिश की, फिर भी वो गंदी-गंदी गालियां देने से नहीं रुके। पार्टी के बाकी कार्यकर्ताओं के समझाइस के बाद मामला शांत हुआ। भाजपा के जिला महामंत्री आलोक ठाकुर की चारामा मण्डल के कार्यकर्ताओं ने आलाकमान को शिकायत की थी। जिसको लेकर धरना प्रदर्शन के दौरान आलोक ठाकुर और राजेन्द्र गौर के बीच विवाद हो गया। देखते ही देखते तू-तू मैं-मैं होने लगी। भाजपा शहर मण्डल अध्यक्ष दीपक खटवानी भी कूद गए और फिर गाली-गलौज करने लगे। इतना सब होता देख वहां मौजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष भरत मटियारा तमाशा देखते रहे। बीच बस स्टैंड में चले तमाशे के बीच भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ही मामला शांत करवाया। पूरे घटनाक्रम के बीच भाजपा की जमकर किरकिरी हुई।

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