शत्रुघन सिन्हा और अरुण शोरी की अगुआई में सामने आने लगी भाजपा की
पुरानी टीम केजरीवाल ने चुनावी समर में साथ देने का किया वादा
मुंबई. यू ही नहीं कहते इसे आर्थिक राजधानी , और यू ही नहीं माना जाता की जब धन संपत्ति का संबल हो तो ताकत कमजोर व्यक्ति की भी बढ़ जाती है . एक विशाल जन सभा में आदरणीय प्रधानमंत्री और उनकी टीम के बारे में ये उदगार निकालने वाले और मंच पर उनके साथ विराजमान वरिष्ठ लोग न केवल महत्वपूर्ण एवं चर्चित लोग हैं बल्कि किसी ज़माने के बहुत खास लोग भी है . टीम बदल जाने से गोल मारने वाले खिलाडी भी अपनों से ही होते हैं पर आते विपक्षी टीम से है.
अटलबिहारी बाजपेई जी के मंत्रिमंडल के महत्वपूर्ण केबिनेट मंत्री और जनसंघ के ज़माने के महत्वपूर्ण नेता अब भाजपा संगठन और सरकार के बारे में ऐसी सच्चाइया और अनुभव बयान कर रहे हैं की अरुण शोरी जी को परिवर्तन का प्रथम वाहक भी माना जा सकता है , वो भी इस कदर चुटीली शैली में की शायद अपने उभार के दिनों में भी वे इतने सफल वक्ता शायद नहीं दिखाई दिए होंगे .