इसी श्रृंखला में पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), रायपुर में आज, 05 मार्च, 2020 को 'मीडिया में महिलाओं की भागीदारीÓ विषय पर राउण्ड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।

रायपुर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देशभर में 01 मार्च से 10 मार्च तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है । इसी श्रृंखला में पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), रायपुर में गुरुवार को ‘मीडिया में महिलाओं की भागीदारीÓ विषय पर गोलमेज सम्मेलन हुआ। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध वरिष्ठ पत्रकार, रमेश नैय्यर, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल, रायपुर की जनसंपर्क अधिकारी, डॉ. अनुराधा दुबे, आकाशवाणी रायपुर की कार्यक्रम अधिशासी, एस. पद्मजा, दूरदर्शन और आकाशवाणी की समाचार वाचिका- शीतला शुक्ला और शु्भ्रा भटृटाचार्य, सहायक समाचार संपादक-आकांक्षा तिवारी और शगुफ्ता शीरीन ने अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए ।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैय्यर ने कहा कि नारी का हमेशा ही भारतीय संस्कृति में ऊंचा स्थान रहा है। अन्य देशों में जहां महिलाओं को अपने मताधिकार के लडऩा पड़ा वहीं, भारत में संविधान बनने के साथ ही महिलाओं को मतदान का अधिकार दिया गया। मीडिया के अलावा राजनीति, प्रशासनिक, सामाजिक, व्यावसायिक, विज्ञान, कला तथा सशस्त्र सेनाओं में जो भी मुकाम आज महिलाओं ने हासिल किया है, वह केवल अपने लगन, परिश्रम और बुद्धिमत्ता की वजह से हासिल किया है ।

आकाशवाणी रायपुर की कार्यक्रम अधिशासी, एस. पद्मजा ने कहा कि आज की नारी का नया नारा है-छूना है आसमान। नारी को यदि जीवन में आगे बढऩा है तो उसे स्वयं प्रयास करने होंगे। शारीरिक बनावट के अलावा बाकी सारी चीजें पुरूष और नारी में समान हैं। हम सबको अपने विचारों में बदलाव लाना होगा ।
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल, रायपुर की जनसंपर्क अधिकारी, डॉ. अनुराधा दुबे ने कहा कि कार्यस्थलों पर महिलाओं पर भरोसा जताया जाना चाहिए, उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए । महिलाओं में बढऩे की प्रवृत्ति जन्मजात होती है । उनमें बचपन से ही में कल्पनाशीलता और सृजनशीलता होती है। उन्होंने पद्मविभूषण डॉ. तीजन बाई और पद्मश्री फुलबासन यादव का उदाहरण देते हुए कहा कि अशिक्षित होते हुए भी उन्होंने समाज में एक मुकाम हासिल कर, मिसाल कायम किया है ।
दूरदर्शन और आकाशवाणी की समाचार वाचिका, शीतला शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाएं सामाजिक रूप से काफी सशक्त हैं । आज महिलाओं को दोहरी भूमिका निभानी होती है, एक ओर उसे घर भी संभालना होता है वहीं, दूसरी ओर उसे अपने कामकाज पर भी ध्यान देना होता है । यह खुशी की बात है कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में महिला एंकरों की संख्या बढ़ती जा रही है ।
दूरदर्शन और आकाशवाणी की सहायक समाचार संपादक, शगुफ्ता शिरीन ने बताया कि शुरूआत में हर महिला को किसी भी क्षेत्र में कार्य करने में थोड़ी समस्या होती है, लेकिन समय के साथ वह सभी चीजों को आत्मसात करती जाती हैं जो उसके कार्य के लिए महत्वपूर्ण हैं । महिला को स्वयं तय करना होता है कि घर-समाज और कार्य क्षेत्र में कैसे तालमेल बनाया जाए ।
दूरदर्शन और आकाशवाणी की सहायक समाचार संपादक, आकांक्षा तिवारी ने बताया किया कि मीडिया में काम करते हुए उन्हें काफी वक्त हो गया है । उन्होंने कहा कि मीडिया की वजह से उन्हें समाज में काफी मान-सम्मान मिला है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में पत्र सूचना कार्यालय, रायपुर के अपर महानिदेशक, सुदर्शन पनतोड़े ने अतिथियों का स्वागत करते हुए आयोजन उद्देश्य के बारे में बताया कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 के उपलक्ष्य में देशभर में 01 मार्च से 10 मार्च, 2020 तक शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण, महिलाओं का सशक्तीकरण, खेल में कौशल और उद्यमिता और भागीदारी, दिव्यांग, उत्तर-पूर्व, द्वीप, आदिवासी, ग्रामीण महिलाएं और कृषि, महिलाओं द्वारा किए गए आविष्कार, जैविक खाद्य, खाद्य प्रसंस्करण, गर्भवती महिलाओं को डीबीटी जारी, आयुष्मान भारत, महिलाओं की सुरक्षा के लिए नियंत्रण केंद्र आदि विषयों पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय, रायपुर के निदेशक, कृपाशंकर यादव, सहायक निदेशक, सुनील कुमार तिवारी, आकाशवाणी केन्द्र, रायपुर के सहायक निदेशक (समाचार) विकल्प रंजन शुक्ला और सहायक केन्द्र निदेशक (कार्यक्रम) लखन लाल भौर्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन, प्रादेशिक लोकसंपर्क कार्यालय, रायपुर के तकनीकी सहायक प्रदीप विश्वकर्मा ने किया।

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