जगदलपुर। बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव, बस्तर, कांकेर और नारायणपुर जिलों के चिन्हित क्षेत्रों में खनिज की खोज करने के लिए छोटे विमान ग्राऊंड लेबल से लगभग 250 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरेंगे। एयरपोर्ट जगदलपुर के नोडल अधिकारी ने बताया कि विमान छोटे होने के साथ-साथ शोर भी नहीं करते हैं। उन्होंने इस बारे में बताया कि इतनी कम ऊंचाई पर विमान देखने पर कोई भी नागरिक डर सकता है। उन्होंने कहा कि भयभीत न हो। क्षेत्र के आम जनता से आग्रह किया गया है कि ऐसे छोटे विमानों को देखने पर किसी भी प्रकार से भयभीत नहीं होना चाहिए।
एयरपोर्ट जगदलपुर के नोडल अधिकारी ने बताया कि अल्फाजो इंडिया लिमिटेड और एयरबोर्न जियोफिजिक्स को 10 ब्लॉक में खनिज की खोज के लिए मल्टीएरियल सर्वे करने नियुक्त किया गया है। जिसमें आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के कुछ हिस्सों को सम्मिलित किया गया है।
डाटा अधिग्रहण के लिए कम ऊंचाई उड़ान एकल इंजन टर्बो प्रोप सेसना कारवन 208 बी विमान और पीएसी 750 विमानों का उपयोग किया जा रहा है। जो सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव, बस्तर, कांकेर एवं नारायणपुर जिलों में कम ऊंचाई पर उड़ान भरेंगे।
यह उड़ान बीते 2 मार्च से शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा है कि आम जनता उक्त छोटे विमानों को देखकर भयभीत न हों और इस बारे में अनावश्यक रूप से पुलिस थाना या चौकी को सूचना न देवें। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ का बस्तर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां के रहवासी विमान के नजदीक से गुजरने पर भयभीत होकर पुलिस और सुरक्षा बल को इसकी सूचना देने लगे हैं। इस वजह से एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी को आम जनता के लिए सूचना जारी की है।